गोरखपुर ब्यूरो। सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन गोरखपुर और मऊ जिले के 110 गांवों से होकर गुजरेगी। 20 करोड़ रुपए अवमुक्त होने के बाद एनई रेलवे प्रशासन ने पहले ही भूमि अधिग्रहण शुरू कर चुका है। वहीं 35 करोड़ और मिल जाने से अब इसकी रफ्तार और बढ़ेगी। अधिग्रहण के लिए अभी तक गांवों में चिन्हित 584 हेक्टेयर भूमि का नक्शा और खसरा-खतौनी जिला प्रशासन गोरखपुर को सौंप दिया गया है। शेष 38 गांवों की भूमि के अभिलेख फरवरी तक सौंप दिए जाएंगे, जिसमें लगभग दस गांवों की भूमि मऊ जनपद में शामिल है। रेल लाइन के बिछ जाने से गोरखपुर से वाराणसी की दूरी कम हो जाएगी। गोरखपुर से दोहरीघाट होते हुए वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ के लिए भी ट्रेनें चलने लगेंगी।

नई रेलवे लाइन -

- सहजनवां-दोहरीघाट - (57 किमी) - 35 करोड़

- महाराजगंज-मसरख - (35.49 किमी) खंड कमीशन और छूटे कार्यों के लिए - 40 करोड़

- किच्छा-खटीमा - (57 किमी) - 10 करोड़

- मऊ-गाजीपुर-ताड़ीघाट - (51 किमी) - 350 करोड़

- बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, खलीलाबाद - 100 करोड़

गेज कनवर्जन

- इंदारा-दोहरीघाट - (34.37 किमी) - 39 करोड़

- लखनऊ-पीलीभीत वाया सीतापुर-लखीमपुर (262.76 किमी) - 186 करोड़

- नानपारा-नेपालगंज रोड (20 किमी) - 34 करोड़

- कानपुर सेंट्रल-कासगंज-मथुरा व कासगंज-बरेली-लालकुआं (529.9 किमी) - एक करोड़

- गोंडा-बहराइच (60 किमी), छूटे कार्यो के लिए - एक करोड़

- पीलीभीत-शाहजहांपुर (84 किमी), छूटे कार्यों के लिए - एक करोड़

डबलिंग एंड ट्रिपलिंग

- डोमिनगढ़-गोरखपुर-कैंट-कुसम्ही, गोरखपुर-नकहा (21.15 किमी) - 62 करोड़

- गोरखपुर-बाल्मिकीनगर (87 किमी) - 5 करोड़

- छपरा-बलिया (65 किमी) - 55 करोड़

- बलिया-गाजीपुर सिटी (65.1 किमी) - 280.75 करोड़

- वाराणसी-माधोसिंह-प्रयागराज (120.2 किमी) - 150 करोड़

- फेफना-इंदारा, मऊ-शाहगंज (150.28 किमी) - 260 करोड़

- औडि़हार-जौनपुर (59.55 किमी) - 63 करोड़

- मल्हौर-डालीगंज - (12.62 किमी) - 20.7 करोड़

- भटनी-औडि़हार (125 किमी) - 350 करोड़

- रोजा-सीतापुर-बुढ़वल (18.77 किमी) - 604.75

- औडि़हार-गाजीपुर (40 किमी), छूटे हुए कार्य - 87 लाख

- बुढ़वल-गोंडा (61.72 किमी) - 340 करोड़