बचने के लिए घर से भागी  

देवरिया के मिश्री टोला में रहने वाली जूही (काल्पनिक नाम) चार दिन पहले अपने घर से भाग कर महिला थाने पहुंची। पुलिस ने उसे घर से बिछड़ने की बात मान कर जूही को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया। चाइल्ड लाइन ने उसकी फैमिली से संपर्क किया। पैरेंट्स को देख अचानक जूही चीख-चीख कर वापस न जाने के लिए रोने लगी। उसकी हरकत देख हर कोई चौंक गया। जूही ने जब अपना दर्द सुनाया तो लोगों के पैर ठिटक गए। उसे जन्म देने वाला ही उसका भक्षक बन गया था। एक साल से सेक्सुअली हैरेस हो रही जूही ने बचने के लिए घर छोड़ा था।

किसी ने नहीं की मदद

इस घिनौनी हरकत की सूचना जब उसने अपनी मां को दी तो उसने भी उसकी मदद नहींकी। बेटी से मिलने जूही की नानी उसके घर पहुंची और अपनी आंख से उसके पिता की हरकत देखी। जूही का कहना है कि उसकी नानी ने विरोध भी किया था लेकिन लोक लाज के डर से उनका भी मुंह बंद कर दिया गया। 9वीं क्लास की जूही ने पिता की हैवानियत से बचने के लिए एक बार पहले भी घर छोड़ा था और परिचित के मदद मांगी थी लेकिन वहां से भी पिता उसे ले आया था।

आरोप सुनते खिसक गए पैरेंट्स

जूही ने जब अपना दर्द सुनाया तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मामला बढ़ने पर चाइल्ड लाइन लेने पहुंचे उसके पिता और मां दोनों चुपचाप वहां से खिसक गए। लगातार जूही के पिता के मोबाइल फोन से संपर्क किया गया लेकिन रॉग नंबर कहकर काट दिया। पुलिस की मदद से चाइल्ड लाइन उसके ननिहाल देवरिया तरकुला पहुंची लेकिन वहां भी उसकी मदद के लिए कोई तैयार नहीं हुआ।

चाइल्ड लाइन ने दिया सहारा

पैंरेट्स ने गायब होने के बाद चाइल्ड लाइन ने जूही को इंसाफ दिलाने के लिए पुलिस का दरवाजा खटखटाया। देवरिया के एसपी और तरकुलवा एसओ से संपर्क किया गया। जूही को चाइल्ड लाइन की टीम देवरिया लेकर पहुंची। जहां जूही का पुलिस ने बयान दर्ज किया। आरोपी पिता गुड्डू और मां के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की। एसपी ने निर्देश पर देवरिया पुलिस जूही का सैटर्डे को गोरखपुर में मेडिकल भी कराया।