गोरखपुर (ब्यूरो)। मामले की छानबीन में एटीएस की टीम मुर्तजा के मां-बाप, नौकर सहित आठ लोगों से पूछताछ कर रही है। इस मामले में मुर्तजा के मददगारों पर भी शिकंजा कस सकता है।

लखनऊ में भी हुई मुर्तजा से पूछताछ, जुटाए सबूत

आरोपित अहमद मुर्तजा अब्बासी ने तीन अप्रैल को गोरखनाथ मंदिर पर तैनात सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया था। गोरखनाथ थाने में उसे खिलाफ केस दर्ज करने के साथ ही चार अप्रैल को उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में एटीएस ने मुर्तजा को पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर देने की मांग की। कोर्ट ने पूछताछ के लिए पुलिस को 11 अप्रैल तक मुर्तजा की रिमांड पर दिया। पांच अप्रैल मामले की विवेचना एटीएस में ट्रांसफर हो गई। 11 अप्रैल को एटीएस ने उसे कोर्ट में पेश किया साथ ही रिमांड और बढ़ाने की मांग की, जिसके बाद कोर्ट ने पांच दिन के लिए रिमांड और बढ़ा दी। 16 अप्रैल की दोपहर तक उसे रिमांड पर रखने की मंजूरी मिली। इस दौरान दो दिनों तक एटीएस से उससे गोरखपुर में ही पूछताछ की। बुधवार की रात एटीएस की टीम उसे लखनऊ लेकर चली गई। उधर उसके परिजनों से भी एटीएस जानकारी लेती रही।

सहयोग करने पर कसेगा शिकंजा, कई जानकारी आई सामने

आरोपित मुर्तजा के खिलाफ जहां एटीएस कार्रवाई कर रही है। वहीं उसके मददगारों के खिलाफ भी टीम ने सबूत जुटाए हैं। मुर्तजा के संदिग्धों से संबंध होने की जानकारी होने के बावजूद जिन लोगों ने उसकी मदद की। ऐसे में उन्हें भी इस केस में आरोपी बनाया जा सकता है। मुर्तजा के एक नौकर से भी एटीएस ने जानकारी ली है। मुर्तजा से जुड़े अलीगढ़वा और सिद्धार्थनगर बार्डर निवासी दो लोगां से पूछताछ हुई। एक ट्रेवेल एजेंट सहित अन्य लोगों से पूछताछ हो चुकी है। एजेंट के जरिए ही वह विदेश जाने की तैयारी में जुटा था। इस मामले में किस-किस की भूमिका रही है। इसका पर्दाफाश एटीएस जल्द ही कर सकती है।