गोरखपुर (ब्यूरो).शुक्रवार को सक्षम का राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल डॉ। संतोष कुमार राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सक्षम व कांबा (कॉर्निया अंधत्व मुक्त भारत अभियान) के प्रांत प्रभारी डॉ। वाई सिंह के नेतृत्व में बीआरडी पहुंचा। टीम ने प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार से मिलकर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंपी। सक्षम टीम ने बताया कि दोनों योजना के लिए मशीन का क्रय, उसके रख-रखाव व दवाओं का खर्च सक्षम वहन करेगा। एक साल के बाद दवाओं का खर्च मेडिकल कॉलेज वहन करेगा।

मंहगे इलाज से मिलेगी निजात

अभियान के प्रभारी डॉ। वाई सिंह ने बताया कि प्रीमेच्योर बच्चों में रेटिनोपैथी आफ प्रीमेच्योरिटी की समस्या बढ़ती जा रही है। इसका इलाज महंगा है। इसके एक मरीज के इलाज में तो तीन से चार लाख रुपए की तो दवाएं लग जाती हैं। अगर ऑपरेशन करना पड़ा तो खर्च दो गुना हो जाता है। बच्चों का सही समय पर इलाज हो जाए तो काफी हद तक रोशनी वापस आ जाती है। महंगा इलाज और होने के कारण बहुत से बच्चों को इलाज नहीं मिल पाता है। आरओपी सेंटर से ऐसे बच्चों को बेहतर इलाज सुविधा मिल सकती है। इसके लिए लेजर इनडाइरेक्ट आप्थेलमोस्कोप, इन्क्यूबेटर, लेजर ट्रीटमेंट इक्यूपमेंट और ई-20 स्टेलाइजर की दरकार होगी। सक्षम न सिर्फ मशीनों को खरीदेगा। बल्कि बीआरडी के कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी देगा।

छह महीने तक सुरक्षित रहेगा मां का दूध

उन्होंने बताया कि नवजात बच्चों को मां का दूध मुहैया कराने के लिए बीआरडी के बालरोग विभाग में वुमेन मिल्क बैंक स्थापित किया जाएगा। इस तरह के मिल्क बैंक दिल्ली और मुम्बई में है। ऐसी महिलाएं जो प्रसव के बाद स्तनपान कराने में असमर्थ होंगी उनके बच्चों को यहां से मां का दूध मिलेगा। इसके लिए स्पेशल मशीन मिलती है। इस मशीन में मां का दूध छह महीने तक सुरक्षित रहता है। ऐसी मशीन की खरीद भी सक्षम करेगा। इस अवसर पर नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ। राम कुमार जायसवाल और बाल रोग विभाग के डॉ। भूपेंद्र शर्मा , प्रो डॉ। आरआर सुकुल, उदय शंकर, अजीत पाल, डॉ। निधिश और बृजेश भी मौजूद रहे।