गोरखपुर (ब्यूरो)।इस मंशा पर गोरखपुर के कुछ स्कूल पानी फेर रहे हैं। यू डायस पोर्टल पर डेटा अपलोड करने के लिए कई बार डेट बढ़ाई गई। इसके बाद भी गोरखपुर के करीब 40 से अधिक स्कूल और मदरसा जीरो पर ही अटके हैं। जिनकी मान्यता पर अब तलवार लटक रही है। वहीं कुछ स्कूलों ने एक ही नाम पोर्टल पर दो बार फीड कर दिया। उन्हें भी उसमें सुधार के लिए आखिरी मौका दिया गया है।

वॉर्निंग देने पर भी नहीं किया डेटा फीड

गोरखपुर के शिक्षा अधिकारी ने सख्ती करते हुए उन स्कूलों जिन्होंने अभी तक डेटा नहीं अपलोड किया है। उन्हें वार्निंग भी दी। इसके बाद भी स्कूल डेटा नहीं अपलोड कर रहे हैं। इन स्कूलों की मान्यता रद्द करने के लिए भी अब काम शुरू हो गया है।

ये स्कूल कर रहे लापरवाही

असेंबली ऑफ गुड्स पब्लिक स्कूल, बीडीएस पब्लिक स्कूल सर्वोदय नगर, आईपी पब्लिक स्कूल, लिटिल पल्र्स एकेडमी, मिशन जेएचएन गोरखपुर, एनएस एकेडमी, ओंकार पब्लिक स्कूल, एसआरजे लिटिल एंजल स्कूल, एसएन शाइंग चिल्ड्रेन एकेडमी, सरस्वती विद्या मंदिर रेल विहार, स्वामी वीएनएस सदन, श्री एलबीएसपीएस, श्री लाल बहादुर शास्त्री, सेेंट जूडस एकेडमी, सेंट स्टेपिंग्स कॉन्वेंट, विद्या मंदिर पब्लिक स्कूल और वाईडी पब्लिक स्कूल समेत अन्य स्कूलों को लापरवाही बरतने पर वार्निंग दी गई है।

बंद करना है तो स्कूल दें जानकारी

डीआईओएस ने बताया कि कई स्कूल ऐसे भी हैं जो बंद हो गए हैं। उन्हें इसकी जानकारी लिखित में देनी होगी। ताकि बोर्ड को इसकी सूचना दी जा सके। उन्होंने बताया कि कई स्कूल ऐसे भी हैं जो गड़बड़झाला कर चल रहे हैं, वे भी डेटा अपलोड करने में लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी।

कुछ स्कूल जो डेटा अपलोड करने में लापरवाही बरत रहे हैं, उन्हें नोटिस भेजी गई है। ऐसे स्कूलों की मान्यता खत्म करने की कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। अमरकांत सिंह, डीआईओएस

कई स्कूल लापरवाही कर रहे हैं। जब कि यू डायस पोर्टल पर तय समय पर बच्चों का डेटा अपलोड करना था। स्कूलों को फिर समय दिया गया है।

रमेन्द्र कुमार सिंह, बीएसए