गोरखपुर (ब्यूरो).दुर्गापूजा समिति कालीबाड़ी के अध्यक्ष चंदन अग्रवाल ने बताया कि सुबह चार बजे प्रभातफेरी, 10 बजे पूजा व चंडी पाठ, शाम सात बजे देवी बोधन और अधिवास के बाद श्रद्धालु माता के दर्शन कर सकेंगे। एनई रेलवे दुर्गा पूजा समिति के सह सचिव देवेंद्र पांडेय ने बताया कि शाम छह बजे पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक द्वारा पूजन-अर्चन के बाद भक्त माता के दर्शन कर सकेंगे। चार दिनों एनई रेलवे इंटर कॉलेज परिसर में भव्य मेला लगाया जाएगा। दुर्गा पूजा समिति असुरन चौक के कोषाध्यक्ष कन्हैया लाल वैश्य ने बताया कि शाम विधि-विधान से पूजन-अर्चन के बाद माता के पट दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे।

देवी मंदिरों में उमड़े भक्त, पूजन अर्चन का मंगलकामना

शारदीय नवरात्रि के पांचवें दिन शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने शक्ति के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता की आराधना कर मंगलकामना की.महानगर के गोलघर काली मंदिर, दाउदपुर काली मंदिर, कालीबाड़ी रेती चौक, शीतला मठिया जाफरा बाजार, शीतला माता मंदिर चौरहिया गोला, विंध्यवासिनी मंदिर मेडिकल कॉलेज रोड, मंगला माता मंदिर बेतियाहाता, हठ्ठी माता मंदिर मियां बाजार, काली मंदिर शाहपुर, दुर्गा मंदिर अशोक नगर, दुर्गा मंदिर असुरन चौक आदि देवी मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचें और माता के दर्शन कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इस दौरान घरों व मंदिरों और देवी पंडालों में दुर्गा सप्तशती का पाठ भी हुआ।

आज होगी मां कात्यायनी की पूजा

पंडित शरद चंद्र मिश्र के अनुसार, नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी कात्यायन ऋषि की पुत्री थीं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मां कात्यायनी की पूजा से विवाह में आ रहीं सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। सच्चे मन से पूजन करने वालों को चक्र जागृति करने की विधियां मिल जाती हैं। व्यक्ति रोग, शोक, संताप और भय से भी मुक्ति पाता है।

ऐसे करें पूजन

ज्योतिषाचार्य मनीष मोहन के अनुसार, स्नानादि से निवृत्त होकर गंगाजल से पूजन स्थल को साफ करें और माता कात्यायनी की प्रतिमा स्थापित करें। इस दिन लाल या पीले रंग के वस्त्र पहनें। हाथों में फूल लेकर मां को प्रणाम करें। मां को पीले फूल व कच्ची हल्दी की गांठ अर्पित करें, शहद चढ़ाएं। अंत में आरती कर प्रसाद का वितरण करें।