40 दिन से चल रहे चालिहो महोत्सव की हुई पूर्णाहुति

-पूजन-अर्चन, भजन व आरती से भक्तिमय हुआ माहौल

GORAKHPUR:

¨सधी समाज के आराध्य भगवान झूलेलाल का महोत्सव बुधवार को आस्था व श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। श्रद्धालु झूलेलाल महोत्सव के पूर्व स्वयं को मन, वचन, कर्म, शरीर व आत्मा से पवित्र करने के लिए चालिहो महोत्सव के अंतर्गत 40 दिन से भगवान की पूजा-अर्चना व आरती कर रहे थे, जिसकी पूर्णाहुति मंगलवार को हुई। सभी पंचायतों में सुबह-शाम आरती, पूजन व भजन से माहौल भक्ति से ओतप्रोत था। आयो लाल झूलेलाल का जयघोष गूंज रहा था।

नहीं निकलेगी शोभायात्रा

भारतीय ¨सधी सभा के अध्यक्ष राजेश नेभानी ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए इस बार भव्य शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी। सायं चार बजे तक सभी समितियां मूर्तियों के साथ राप्ती तट राजघाट पर पहुंचेगी। पांच बजे वहां पूजा-अर्चना, आरती व पल्लव (अरदास) के बाद मूर्तियों को विसर्जित किया जाएगा। श्रद्धालुओं से मास्क लगाकर जाने व शारीरिक दूरी का पालन करने का अनुरोध किया गया है। भगवान का रथ कहीं भी रास्ते में रोका नहीं जाएगा और न ही लाउडस्पीकर या डीजे का प्रयोग होगा। पंचायतों से भी कहा गया है कि मूर्तियों को लेकर कम संख्या में श्रद्धालु आएं, ताकि कोविड प्रोटोकाल का पूरा पालन किया जा सके। जिन श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन करना हो, वे पूजा स्थलों पर दोपहर बाद एक बजे तक जाकर कर लें। इसके बाद मूर्तियां राजघाट के लिए रवाना हो जाएंगी।