-रक्षाबंधन पर ऑनलाइन शॉपिंग पर जोर

-60 से 70 परसेंट प्रभावित हुआ राखी का मार्केट

-इस बार चाइनीज नहीं कलाई पर दिखेगा मेड इन इंडिया का जलवा

GORAKHPUR: कोरोना ने इस बार सभी फेस्टिवल्स पर असर डाला है। रक्षाबंधन का त्योहार करीब है और जो हालात इस समय है उसे देखते हुए बहुत सी बहनों ने भाई के घर जाने का प्लान कैंसिल कर दिया है। वहीं, आनलाइन मार्केट ने इस मौके को पूरी तरह से कैश कर लिया है। लोग बाहर निकल कर शॉपिंग करने से परहेज कर रहे हैं। यही वजह है कि आनलाइन मार्केट ने लोगों को भरपूर आप्शन दिए हैं। ऐसे में न तो राखी खरीदने जाने की जरूरत है और न उसे कूरियर और पोस्ट करने की जरूरत है। झटपट इंटरनेट पर जाइए। पैकेज पसंद कीजिए और आर्डर कीजिए। इस पैकेज में राखी के साथ-साथ चावल-रोली और स्वीट्स के साथ ही डाई फ्रूट्स और चाकलेट्स भी अवेलवल है।

कोरोना में त्यौहारों का स्वरूप बदला

कोरोना काल ने सभी त्यौहारों का स्वरूप बदल दिया है। चाहे तीज हो या राखी उत्सव का नजारा अब ऑफलाइन के बजाए ऑनलाइन ज्यादा दिख रहा है। राखी का त्योहार नजदीक है। राखियों के बाजार का भी हाल काफी मंदी है। इसी का नतीजा है कि पारंपरिक मार्केट की तुलना में ऑनलाइन मार्केट अधिक गुलजार हुए है।

60 से 70 परसेंट से ज्यादा प्रभावित हुआ राख का मार्केट

आनलाइन मार्केट कांबो पैक और ऑफर के साथ तैयार है। भैया-भाभी स्पेशल राखी हो या उपहारों का काम्बो पैक, सभी आकर्षित कर रहे है। इस बदलाव का असर यह हुआ कि इस बार त्यौहारों पर ऑनलाइन बिक्री 70 परसेंट तक हो रहा है। जबकि पारंपरिक मार्केट में 60 फीसदी की कमी आई है। यहीं वजह है कि आनलाइन मार्केट की ओर विक्रेता ने भी अपना रूझान बढ़ाया है।

सबसे ज्यादा ऑनलाइन शापिंग

राखी को होलसेल दुकानदार राजू ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से खरीदारों की संख्या में काफी गिरावट आई है। कोरोना की वजह से इस त्यौहार में माल भी अधिक नहीं मंगाया गया है, जो मंगाया है वह भी खप नहीं रहा है। इस बीमारी के डर से विक्रेता आनलाइन पर ज्यादा भरोसा किया है। इसलिए आनलाइन खरीदारी में तेजी आई है। लगभग 70 फीसदी ग्राहक ऐसे है जो ऑनलाइन घर बैठे ही खरीदारी कर रहे है। वहीं, भाई भी अपने बहनों के लिए आनलाइन उपहार भेजने की तैयारी में है।

चाइनीज नहीं मेड इन इंडिया का जलवा

गोरखपुर मार्केट में चाइनीज नहीं बल्कि मेड इन इंडिया की राखी ने धूम मचाया है। मोतियों और आकर्षित राखियों भाइयों की कलाई पर खुब सजेगी। गोलघर के अलावा असुरन चौक और आसपास के मार्केट में खुब बिक रही है। लेकिन इस तरह से पिछले साल राखी बिक्री थी। उससे काफी कम है। क्योंकि शहर के चार थाना एरिया में लॉकडाउन की वजह से कुछ दुकानें बंद चल रही है।

वर्जन

कोट

कोरोना वायरस के कारण मार्केट में खरीदारी करने के बजाए ऑनलाइन राखी खरीदना ज्यादा बेहतर है। राखी और मिठाई मार्केट से खरीदने की जरूरत ही नहीं है।

किरण

मेरे भईया बाहर रहते है। लॉकडाउन की वजह से इस बार बाहर जाना मुश्किल है। इसलिए ऑनलाइन राखी और मिठाई भेज रही हूं।

रीता