गोरखपुर (ब्यूरो)। रामगढ़ताल एरिया के पॉम पैराडाइज में रहने वाले गौतम कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि 15

जून को उनके बैंक अकाउंट से एक लाख रुपए का फ्रॉड कर लिया गया। इसकी शिकायत उन्होंने रामगढ़ताल और साइबर थाना दोनों जगहों पर की, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हो

सकी।

जनता दर्शन में पहुंची शिकायत

पीडि़त का आरोप है कि जब रामगढ़ताल थाना जाते हैं तो पुलिस साइबर थाना भेज देती है। पुलिस का तर्क होता है कि एक लाख या एक लाख से अधिक रकम के साइबर फ्रॉड की

जांच साइबर थाना में होगी। पीडि़त का कहना है कि अपनी गाढ़ी कमाई से बहन की शादी के लिए रकम बचाकर रखा था जिसे साइबर ठगों ने उड़ा दिया। इस मामले की शिकायत

लेकर वह पूर्व में सीएम के जनता दर्शन में भी गए। तब एसएसपी और डीएम आफिस में पत्र देने की बात कही गई। लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हो सकी है।

हर महीने सामने आते मामले

साइबर फ्रॉड के 15 से 20 मामले हर माह सामने आने लगे हैं। इनमें एकाउंट से रुपए ठगने, स्क्रीन शॉट बनाकर ब्लैकमेल करते हुए रुपए का ट्रांजेक्शन कराने, क्यूआर कोड स्कैन

करने, गेम खेलने के दौरान पैसे का ट्रांजेक्शन करने सहित अन्य प्रकरण शामिल हैं।

साइबर फ्राड से रहे अलर्ट, बरतें सावधानी

- किसी के बहकावे में आकर किसी भी माध्यम से आनलाइन पेमेंट न करें। अननोन क्यूआर कोड स्कैन करने से बचें।

- किसी भी प्रकार का डाटा, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक अपने व्हाट्सएप के माध्यम से न भेजें।

- यदि कोई व्यक्ति खुद को सेना का अधिकारी बताकर आपके पास आईकार्ड, पैनकार्ड आदि भेजने की बात करे तो उस पर भरोसा न करें।

- अपने मोबाइल में एनीडेस्क, टीम व्यूवर, क्विक सपोर्ट जैसे एप कभी डाउनलोड न करें।

साइबर जालसाजी के मामलों को लेकर सभी पुलिस जांच करती है। सजगता बरतकर ही इससे बचा जा सकता है। इस मामले में क्या कार्रवाई चल रही है। संबंधित लोगों से इसकी

जानकारी ली जाएगी।

डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी