- बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हेल्थ वर्कर्स से एक जुलाई से नहीं ली जाएगी कोरोना वार्ड में ड्यूटी

-स्टाफ नसरें ने मांगी सेलरी के साथ 25 परसेंट प्रोत्साहन धनराशि

GPORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में संक्रमण काल में 350 स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति की गई थी। लेकिन संक्रमण कम होते ही उन्हें उनके कार्य से मुक्त करने का आदेश जारी कर दिया गया। एक जुलाई से उनकी सेवा नहीं ली जाएगी। अभी उन्हें वेतन भी नहीं दिया गया है। स्टाफ नसरें ने प्रिंसिपल को ज्ञापन देकर वेतन सहित 25 परसेंट प्रोत्साहन धनराशि दिए जाने की मांग की है।

पहली लहर में भी हुई थी मुश्किल

मेडिकल कॉलेज में पहली लहर में काम करने वाले कर्मियों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया गया था। लगभग चार सौ कर्मचारी संक्रमण कम होने के बाद ड्यूटी से हटा दिए गए थे। इसके लिए उन्होंने धरना-प्रदर्शन भी किया था, लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने उनके समायोजन का प्रयास नहीं किया। इसका दुष्प्रभाव दूसरी लहर में दिखा। जब संक्रमण बढ़ा तो मेडिकल कॉलेज ने उन्हें फिर से बुलाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं आए। अंत में एक कंपनी के माध्यम से 150 स्टाफ नर्स, 100-100 वार्ड ब्वाय व सफाई कर्मियों की नियुक्ति की गई। अब संक्रमण समाप्त होने के बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। जबकि विशेषज्ञ कोरोना संक्रमण के सितंबर में फिर से लौटने की आशंका जाहिर कर रहे हैं। ऐसे में फिर कॉलेज प्रशासन के सामने संकट उत्पन्न हो सकता है।

सैलरी आने में लगेंगे चार-पांच माह

प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण काल के लिए ही तैनात किया गया था। यह शर्त उन्हें तैनाती के समय ही बता दी गई थी। उनके वेतन के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। आने में चार-पांच माह लग सकते हैं। जरूरत पड़ने पर उन्हें फिर से बुलाया जा सकता है। हम देखते हैं कि यदि हमारे पास जगह होगी तो कुछ लोगों को समायोजित भी किया जा सकता है।