गोरखपुर (ब्यूरो)। 5 जून को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद इस एकेडमी का लोकार्पण करेंगे। देश के कोने-कोने से यहां कबीर पर रिसर्च करने आने वाले स्टूडेंट्स को डीडीयू के रिसर्च स्कॉलर गाइड करेंगे। संतकबीर एकेडमी में रिसर्च जरूर होंगे, लेकिन उसका केन्द्र डीडीयू ही रहेगा।

रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए चेयर की स्थापना

संतकबीर एकेडमी में क्वालिटी रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए संतकबीर चेयर की स्थापना की गई है। इसके चेयरमैन डीडीयू वीसी प्रो। राजेश सिंह और हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो। दीपक त्यागी को संयोजक बनाया गया है। हिंदी विभाग, संस्कृत विभाग, ललीत कला एवं संगीत विभाग, प्राचीन इतिहास विभाग, समाज शास्त्र विभाग, अंग्रेजी विभाग, मध्यकालीन इतिहास विभाग के रिसर्च स्कॉलर कबीर एकेडमी में आने वाले स्टूडेंट्स को गाइड करेंगे। संतकबीर से जुड़े स्थानों की ज्योग्राफिकल मैपिंग, इनसाइक्लोपिडिया, भाषा सेल के साथ ई लाइब्रेरी, म्यूजियम कम ऑर्ट गैलरी का निर्माण कराया जा सकता है।

वीसी ने प्रस्तुत किया रोडमैप

मगहर स्थित संतकबीर एकेडमी में गुणवत्तापूर्ण शोध कार्यों को बढ़ावा देने, प्रचार प्रसार, सर्वेक्षण, प्रकाशन और अंतरराष्ट्रीयकरण सहित अन्य बिंदुओं को लेकर संतकबीर एकेडमी के शोध विकास समिति के अध्यक्ष डीडीयू वीसी प्रो। राजेश सिंह ने शुक्रवार को एकेडमी का निरीक्षण किया। वीसी ने संतकबीरनगर डीएम के साथ एकेडमी के विकास को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की। वहीं वीसी ने चीफ सेक्रेटरी संस्कृति से विचार विमर्श करते हुए संतकबीर एकेडमी को आगे ले जाने का रोडमैप भी प्रस्तुत किया है।

पीएम ने किया था शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 जून 2018 को मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इसका शिलान्यास किया था। पूरी दुनिया को मानवता और भाईचारे का संदेश देने वाले कबीर के विचारों को देश भर में फैलाने के लिए एकेडमी का निर्माण हुआ है। संतकबीर एकेडमी पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में भी शामिल है।

संतकबीर के विचारों का आज भी बहुत महत्व है। संतकबीर एकेडमी के निर्माण से कबीर पर रिसर्च करने देश भर के स्टूडेंट्स यहां आएंगे। शुक्रवार को मैं एकेडमी का निरीक्षण करने गया था। डीडीयू के रिसर्च स्कॉलर बाहर से आने वाले स्टूडेंट्स की मदद के लिए गाइड की भूमिका में रहेंगे।

- प्रो। राजेश सिंह, वीसी, डीडीयू