गोरखपुर (ब्यूरो)।ऐसे क्रेडिट फ्रेमवर्क सभी क्लासेज के लिए तैयार किया गया है, लेकिन 9 वीं से 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। सामान्य व व्यवसायिक शिक्षा दोनों के लिए एकीकृत क्रेडिट को लेकर एसओपी लागू किया गया है। सीबीएसई ने इसे लेकर सभी स्कूलों को गाइडलाइन भेजा है। थ्योरी के 15 घंटे पर एक क्रेडिट निर्धारित किया गया है, वहीं थ्योरी प्रैक्टिकल मिलाकर 30 घंटे पर एक क्रेडिट अंक है।

वोकेशनल कोर्स में भी क्रेडिट अंक

प्रति विषय सीखने के घंटे के अनुसार क्रेडिट अंक निर्धारित किया गया है। छठी से 8 वीं कक्षा के बच्चों के लिए भी कई बदलाव किए गए हैं। वोकेशनल कोर्स में भी क्रेडिट अंक मिलेगा। विशेष तौर पर 10-12वीं बोर्ड में छठे और सातवें विषय रखने पर छात्रों को इसके अलग-अलग फायदे मिलेंगे।

इस तरह मिलेंगे क्रेडिट अंक

11 वीं-12वीं के बच्चे ले सकेंगे 47 तक क्रेडिट अंक 11-12वीं में सात विषयों के लिए 40 से 47 क्रेडिट अंक तक छात्र ले सकेंगे। इसमें लैंग्वेज एक और 2 के लिए 180-180 घंटे निर्धारित किए गए हैं जिनके लिए 6-6 क्रेडिट अंक रहेंगे। विषय 3, 4, 5, 6 और 7 के लिए 210-210 घंटे निर्धारित किए गए हैं। इनके लिए 7-7 क्रेडिट अंक रहेंगे।

उच्च शिक्षा या अन्य कोर्स के नामांकन में मिलेगा फायदा

गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय शाही ने कहा कि क्रेडिट अंक पहली बार लागू किया जा रहा है। इससे बच्चों को आगे इंटर के बाद उच्च शिक्षा में नामांकन में फायदा मिलेगा, जहां इस क्रेडिट पर उन्हें वेटेज मिलेगा। 9वीं कक्षाओं के लिए सभी विषयों को मिलाकर कुल 40 क्रेडिट होंगे। 10वीं में भी उसी तरह होंगे। इसमें लैंग्वेज के तहत तीन अलग-अलग लैंग्वेज के लिए 120-120 घंटे होंगे और क्रेडिट 4-4 होंगे, वहीं मैथ, साइंस और सोशल साइंस के लिए 150-150 घंटे निर्धारत होंगे जिसमें क्रेडिट अंक पांच मिलेंगे। इसके अलावा इंटरडिसिप्लीनरी एरिया के तहत इन्वॉरमेंट एजुकेशन में 120 घंटे के लिए 4 क्रेडिट अंक, वोकेशनल एजुकेशन में स्किल विषयों में 150 घंटे होंगे, जिनके लिए क्रेडिट अंक 5 होंगे। फिजिकल एजुकेशन, वेल बिईंग और आर्ट एजुकेशन में 60 घंटे निर्धारित किए हैं, जिनपर 2 क्रेडिट अंक मिलेंगे।