- लॉक डाउन का डिप्रेशन, ठप हुआ रोजगार, बढ़ गई कलह
- मामूली बात नहीं बदाज्स्त, जान देना हुआ आसान, पुलिस हैरान
जिले में सोमवार को सुसाइड की पांच घटनाएं सामने आई। इनमें चार मामलों की जांच में सामने आया कि फैमिली में हुई कलह के कारण तीन लोगों ने जिंदगी खत्म कर ली। अन्य ने दूसरे कारणों से सुसाइड किया। हाल के दिनों में सुसाइड की घटनाएं बढ़ गई है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि लॉकडाउन के दौरान लोगों की इनकम पर गहरा असर पड़ा है। घर परिवार से दूर रहकर काम करने वाले लोग पांच-छह माह से बेकार बैठे हैं। ऐसे में उनकी फैमिली में किसी न किसी वजह से विवाद हो रहा है तो नौकरी छूटने से डिप्रेशन भी बढ़ गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डिप्रेशन में गए लोगों को इससे उबारने की जरूरत है। तभी सुसाइड के मामलों को रोका जा सकेगा।
नौकरी छूटने से बढ़ा डिप्रेशन, सताने लगी चिंता
शाहपुर एरिया के दरगहिया, मानिक टोला में देवांजाय राय ने फंदे से झूलकर जान दे दी थी। रविवार सुबह उनकी डेड बॉडी कमरे में फंदे से झूलती मिली। परिजनों की सूचना पर पुलिस पहुंची तो लोगों ने बताया कि वह हिमाचल प्रदेश में एक फर्म में कंप्यूटर आपरेटर थे। लॉकडाउन में उनकी नौकरी चली गई। इस वजह से वह परेशान रहने लगे। घर के लोगों ने उनको काफी समझाया कि जल्द समय बदल जाएगा। लेकिन उन पर डिप्रेशन इतना हावी हुआ कि वह अपनी जान गवां बैठे। उनके परिवार में मां हैं जो रो- रोकर बेहाल हो गई हैं।
दंपति के बीच कलह, पति ने दे दी जान
गीडा एरिया के बहरामपुर दक्षिणी में एक साल पूर्व लव मैरिज करने वाले दंपति ने एक ही फंदे से सुसाइड की कोशिश की। सोमवार को दोनों के बीच विवाद हुआ। इसके बाद उन दोनों ने एक साथ जान देने का फैसला कर लिया। साड़ी का फंदा बनाकर घर में पंखे के सहारे झूल गए। इस दौरान पति की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि मोहल्ले के लक्ष्मण ने एक साल पूर्व मोहल्ले में रहने वाली रागिनी संग प्रेम विवाह किया था। कामकाज प्रभावित होने से उनके बीच आए दिन कहासुनी हो जाती थी।
अनलॉक में नहीं मिल रहा था काम
03 सितंबर 2020 को गुलरिहा एरिया के जंगल डूमरी नंबर एक में मनोज निषाद की डेड बॉडी फंदे से झूलती मिली। किसी बात को लेकर उसका पत्नी से विवाद हुआ था। वह तीन माह पूर्व घर आया था। लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी उसे काम नहीं मिल पा रहा था। इसलिए वह काफी परेशान था। इसी बात को लेकर उसका पत्नी से अक्सर विवाद होने लगा। दो बच्चों का पिता मनोज चेन्नई में रहकर पेंट पालिश कर रहा था। उसने कई बार पत्नी से कहा कि माहौल ठीक होने पर वह वापस काम पर चला जाएगा। कमाई होने पर सारी समस्या दूर हो जाएगी।
पुलिस की जांच में सामने आई बातें
- परदेस में कमाने वाले लोग पांच- छह माह से घर पर हैं।
- इनकम कोई सोर्स होने से परिवार में आए दिन विवाद हो रहा।
- बीमारी, पढ़ाई और दूसरे खर्च के इंतजाम में परेशानी आ रही है।
- नौकरी छूटने के कारण कई लोग काफी डिप्रेशन में आ गए हैं।
- समस्याओं के कारण ज्यादा समय से एक साथ रहने पर आपस में लड़ाई झगड़े बढ़े हैं।
ये मामले भी आए सामने
14 सितंबर 2020: शाहपुर एरिया के ओल्ड प्रोजेक्ट विजय विहार में फंदे से झूलकर एयरफोसज्, जेडब्ल्यू रामसिंह दाहिया ने जान गंवा दी।
14 सितंबर 2020: बड़हलगंज एरिया के बेइली निवासी 16 साल की किशोरी रात में 10 बजे फंदे से झूल गई। 10वीं में पढ़ने वाली सिंधु छत की रेलिंग से फंदे के सहारे लटक गई। परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसके डिप्रेशन की दवा चल रही थी।
14 सितंबर 2020: रेलवे स्टेशन के होटल में युवक की डेड बॉडी मिली। सेनेटाइजर पीकर सुसाइड करने की आशंका पुलिस ने जताई। परिजनों के अनुसार लॉकडाउन में घर आने से वह काफी परेशान चल रहा था।
11 सितंबर 2020: प्रेम संबंध में हुए विवाद को लेकर एक महिला ने पीपीगंज थाना में परिसर में जहर पीकर जान देने का प्रयास किया।
30 अगस्त 2020: गुलरिहा एरिया के हरपुर में छात्र की फंदे से झूलती डेड बॉडी बरामद हुई।
27 अगस्त 2020: तिवारीपुर एरिया के जाफरा बाजार में महिला ने दुपट्टे का फंदा बनाकर झूल गई। बेटे के शोर मचाने पर लोगों को जानकारी हुई।
वर्जन
कोरोना संक्रमण के कारण लोगों को प्रॉब्लम हुई है। परदेस से लौटे हुए लोग घरों पर हैं। फैमिली और बच्चों के फ्यूचर को लेकर भी काफी परेशान हैं। इसलिए परिवार में कलह भी बढ़ा है। वर्तमान परिस्थितियों में हेल्पलेसनेस और होपलेसनेस की स्थिति बन गई है। ये दोनों चीजें जब किसी व्यक्ति में डेवलप होती है तो डिप्रेशन बढ़ता है। डिप्रेशन वह पहली सीढ़ी है जिस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। तभी ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।
डॉ। धनंजय कुमार, साइकोलॉजिस्ट, डीडीयूजीयू गोरखपुर