- शुभ के लिए हर घर में बनाए जाते हैं सूरन, दीपावली में इसी की ज्यादा बिक्री

GORAKHPUR: दीपावली में इस बार देसी सूरन की डिमांड बढ़ गई हैं। थोक मंडी में बिहार के समस्तीपुर का सूरन छाया हुआ है। यूपी के वाराणसी, बहराइच के साथ ही आजमगढ़ में भी इसकी खेती होती है। त्योहार के दिनों में इसकी डिमांड बढ़ जाती है। थोक मंडी में सूरन का भाव 13 से 15 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, तो वहीं खुदरा में इसके 40 से 50 रुपए लिए जा रहे हैं। कई लोग इसे धार्मिक मान्यताओं से जोड़कर देखते हैं तो कुछ सेहत से। अचानक मांग बढ़ने से सब्जी के कारोबारी भी इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं।

खेती कम भी डिमांड अधिक

दीपावली के त्योहार पर सूरन की डिमांड काफी बढ़ जाती है। पहले बड़ी संख्या में जिले और आसपास के जनपदों के किसान सूरन की खेती करते थे। जिससे आसानी से लोगों को यह उपलब्ध भी हो जाता था, लेकिन अब स्थानीय स्तर पर सूरन की खेती न के बराकर हो रही है। इसके कारण समस्तीपुर से इसे मंगवाना पड़ रहा है। त्योहार के मौके पर सूरन की डिमांड बढ़ने से खुदरा में मुनाफा कमा रहे हैं।

सूरन ज्यादातर बिहार के समस्तीपुर, यूपी के आजमगढ़, बहराइच और बनारस से मंगाया जा रहा है। त्योहार में दस से 15 टन सूरन की बिक्री होती है। थोक मंडी में सूरन 13 से 15 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। वहीं खुदरा में 40 से 50 रुपए किलो बेचा जा रहा है।

- रमजान मेकरानी, व्यापारी