- 'सा रे गा मा पा' कॉम्प्टीशन के एलिमिनेशन राउंड का सेकेंड फेज हुआ ऑर्गनाइज

- नवल्स ग्रुप की सभी ब्रांचेज के स्टूडेंट्स ने दिखाया अपना टैलेंट

सूफी नगमे, रॉकिंग म्यूजिक, गजलों का खुमार और इन सबके बीच गूंजती तालियों की तड़तड़ाहट। यह नजारा था नवल्स एकेडमी राप्तीनगर का। जहां सुरों से सजी महफिल में होनहारों ने अपनी सुरमयी आवाज का जादू बिखेरा। इस दौरान जहां कुसम्ही के पार्टिसिपेंट्स ने 'कौउने नगरिया मोरा सइयां जी के देश' सांग पर लोगों को झूमने के लिए मजबूर किया, वहीं ब्रांच के ही सत्यम वर्मा ने 'छाप तिलक सब' पर खूब वाहवाही बटोरी। रुस्तमपुर की स्मृति मिश्रा ने 'पूछो जरा पूछो' पर अपनी चुलबुली आवाज का जादू बिखेरा, तो वहीं राप्तीनगर के पार्टिसिपेंट्स ने लोगों को थिरकने पर मजबूर किया। इवेंट का मोड चेंज करते हुए अभिषेक शुक्ला ने गजल पेश की। तो रोहित चैहान की आवाज पर लोगों ने तालियों से उनका हौंसला बढ़ाया। राप्तीनगर की कनक श्रीवास्तव, शालिनी गुप्ता, श्वेता तिवारी की आवाज पर भी वहां मौजूद लोग मंत्रमुग्ध हो गए।

दीप प्रज्जवलन से हुई शुरुआत

नवल्स राप्तीनगर में सजी इस सुरों की महफिल की शुरुआत दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। नवल्स एकेडमी की कार्यकारी निदेशिका किरन त्रिपाठी, निदेशक डॉ.आरसी श्रीवास्तव, राप्तीनगर के प्रिंसिपल अजित दीक्षित ने दीप प्रज्जवलित किया। सुरों की इस महफिल में जेजेज की भूमिका रेडियो, दूरदर्शन से अनुमोदित और फेमस आर्टिस्ट चेता सिंह और प्रतिमा श्रीवास्तव ने निभाई। प्रोग्राम के दौरान पिछरी फनडैंगो विनर पूजा तिवारी को सम्मानित किया गया। इस प्रोग्राम का सफल बनाने में रीता सागर, नेहा श्रीवास्तव, प्रतिभा श्रीवास्तव, जूथिका और म्यूजिक टीचर दिलीप कुमार, धर्मेद्र कुमार श्रीवास्तव और राप्तीगनर के सभी टीचर्स का अहम योगदान रहा।