गोरखपुर (ब्यूरो)। सूचना पर पहुंची जांच टीम ने चोरी पकड़ी। अभियंताओं ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कितने राजस्व की बिजली चोरी हुई, ये साफ हो सकेगा। पहली नजर में 45 लाख रुपए से अधिक बिजली चोरी समझ में आई है।

स्मार्ट मीटर की रीडिंग बता रहा था शून्य

उपखंड अधिकारी बक्शीपुर विवेक सिंह को सूचना मिली थी कि भरवापुर नाला, निजामपुर एरिया में एक आईसक्रीम फैक्ट्री में बिजली चोरी की जा रही है। सूचना पर उन्होंने विजिलेंस की मदद से चेकिंग अभियान चलाया। प्रभारी दिलीप मिश्रा ने बताया कि सूचना के मुताबिक, इमरान खान के फैक्ट्री परिसर में टीम गई। देखने से परिसर, फैक्ट्री लग ही नहीं रहा था। परिसर में इमरान और अहमद खान के नाम से दो बिजली कनेक्शन था, जिनपर स्मार्ट मीटर लगे थे। जांच के दौरान देखा तो दोनों स्मार्ट मीटर की रीडिंग शून्य बता रही थी। स्मार्ट मीटर की रीडिंग शून्य होने पर विजिलेंस और अफसरों के होश उड़ गए। इसी बीच उसी परिसर के सामने दूसरी फैक्ट्री में कर्मचारी निकल कर जाने लगे। टीम उस परिसर में पहुंची तो पता चला कि ये परिसर भी उन्हीं दोनों भाईयों की आईसक्रीम फैक्ट्री है। उस परिसर में भी कनेक्शन पर दो स्मार्ट मीटर लगे थे। इनमें भी छेड़छाड़ कर रीडिंग उसकी शून्य कर दी गई थी, जबकि बिजली फैक्ट्री में जल रही थी। टीम ने दोनों फैक्ट्री के मीटरों को कब्जे में लेकर उसे सील कर दिया।

एलएंडटी और अभियंताओं को मौके पर ही बुलाया

विजिलेंस की टीम ने स्मार्ट मीटर लगाने वाली फर्म लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) और खंड के अधिशासी अभियंता के साथ मीटर खंड के अफसरों को भी मौके पर ही बुला लिया। चूकि, स्मार्ट मीटर से पहली बार बिजली चोरी पकड़ी गई थी, ऐसे में पुष्टि के लिए टीम ने सभी को बुलाया।

वर्जन

जबसे स्मार्ट मीटर लगा है, पहली बार इस तरह से बिजली चोरी का मामला सामने आया है। विजिलेंस की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया है। इस मामले की जांच में अभियंताओं, मीटर परीक्षण खंड और एलएंडटी के अफसरोंं के मदद की जरूरत होगी।

संजय सिंह, एंटी थेफ्ट थाना प्रभारी