गोरखपुर (ब्यूरो)। सूर्य आत्मा का प्रतीक और चंद्रमा मन का कारक है। इस तिथि के स्वामी पितर गण है। इस तिथि पर दान-स्नान से देवताओं की कृपा के साथ पितरों की भी कृपा

प्राप्त होती है। ङ्क्षहदू धर्म में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन मनु ऋषि का जन्म भी माना जाता है। इसलिए इस दिन को मनु अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन मौन

व्रत धारण करके ही स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद मौन व्रत धारण करके एकांत में जप या ङ्क्षचतन करना चाहिए। इस दिन गंगा स्नान करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल

की प्राप्ति होती है। इस दिन तिल और गुड़ का दान करने से शनि और सूर्य की पीड़ा समाप्त हो जाती है। पीपल में सभी देवताओं का निवास माना जाता है, इसलिए इस दिन पीपल

की पूजा करें।
एग्जाम में गड़बड़ी पर 5 सेंटर्स को चेतावनी
- कैमरे की दिशा ठीक नहीं थी, कोविड प्रोटोकॉल का भी मिला उल्लंघन
- दोनों शिफ्ट में 37,361 स्टूडेंट्स ने दी सेमेस्टर की परीक्षा
गोरखपुर : डीडीयूजीयू एवं संबद्ध महाविद्यालयों में हो रही स्नातक व परास्नातक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में गड़बड़ी पाए जाने पर पांच परीक्षा केंद्रों को कड़ी चेतावनी दी गई। इन

परीक्षा केंद्रों पर कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं किया जा रहा था और सीसीटीवी कैमरे की दिशा भी ठीक नहीं थी। विश्वविद्यालय द्वारा गठित उड़ाका दल के निरीक्षण में पांच

महाविद्यालयों में कमियां मिलीं। मीडिया सेल के मुताबिक कुशीनगर के राजरूप मेमोरियल महाविद्यालय हरपुर बेलही, बाबु विष्णु प्रताप ङ्क्षसह स्मारक महाविद्यालय, बन्नी देवी

महाविद्यालय पडरौना और गोरखपुर के पं। रामकोमल द्विवेदी पीजी कालेज, कटकापुरवा और बंशराज जयश्री महाविद्यालय मोतीराम अड्डा में कई कमरों में कैमरे की दिशा सही नहीं

मिली। डीवीआर की गुणवत्ता भी ठीक नहीं थी। उड़ाका दल ने पांचों महाविद्यालयों को कड़ी चेतावनी दी। सोमवार को दोनों पालियों में 37,361 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा केंद्रों

की मानीटङ्क्षरग आनलाइन सेल के जरिये की जा रही है।
गोरखपुर-काठमांडू एसी बस सेवा जल्द
- स्थिति सामान्य होने या चुनाव बाद कभी भी शुरू हो सकती है बस सेवा
गोरखपुर : काठमांडू की यात्रा करने वाले पूर्वांचल के लोगों व पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है। स्थिति सामान्य होने या चुनाव बाद रोडवेज की गोरखपुर-काठमांडू एसी बस सेवा कभी

भी शुरू हो सकती है। नेपाल ट्रांसपोर्ट प्रतिनिधिमंडल से वार्ता के बाद उत्तर प्रदेश परिवहन निगम मुख्यालय लखनऊ ने बस सेवा शुरू करने को हरी झंडी दे दी है। क्षेत्रीय प्रबंधन ने

भी बस को लेकर एकबार फिर अपनी तैयारी शुरू कर दी है। नेपाल ट्रांसपोर्ट के प्रतिनिधिमंडल ने दिसंबर में गोरखपुर स्थित रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) से मुलाकात की थी।

रोडवेज के अधिकारियों और प्रतिनिधिमंडल के बीच बस सेवा शुरू करने के क्रम में परमिट, मरम्मत, किराया और रखरखाव पर विस्तार से चर्चा हुई थी। आम सहमति के बाद रिपोर्ट

लखनऊ भेज दी गई थी। लखनऊ मुख्यालय ने भी बस सेवा शुरू करने की अनुमति प्रदान कर दी, लेकिन इसी बीच कोविड ने तेजी से पैर फैलाना शुरू कर दिया। परिवहन निगम ने

बस संचालन को लेकर फिर से शुरुआत कर दी है। गोरखपुर-काठमांडू एसी बस सेवा शुरू करने की योजना दो वर्ष पहले भी बनी थी, लेकिन लाकडाउन के चलते योजना ठंडे बस्ते में

चली गई।