गोरखपुर (ब्यूरो).ब्रिटिश काउंसिल इन इंडिया के डायरेक्टर रह चुके एलन जेमेल ने गोरखपुर में औद्योगिक विकास, निवेश का माहौल देखने के साथ एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) में शामिल टेराकोटा शिल्प का क्लस्टर देखने की इच्छा जताई थी। इसी सिलसिले में सोमवार को वह टेराकोटा गांव के रूप में मशहूर औरंगाबाद पहुंचे। औरंगाबाद में एलन ने तीन टेराकोटा शिल्पकारों पन्नेलाल प्रजापति, राममिलन प्रजापति और अखिलेश चंद प्रजापति के घर जाकर टेराकोटा के उत्पादों के बनने की पूरी प्रक्रिया समझी। पन्नेलाल के यहां चाक चाक पर हाथ आजमाते हुए उन्होंने खुद दीया बनाया। इस दौरान उनके यह कहने पर कि पन्नेलाल आज से मेरे गुरु हो गए, सभी शिल्पकार प्रफुल्लित नजर आए। राममिलन प्रजापति के घर उन्हें व उनके पिता भोला को गणेश जी की प्रतिमा बनाते देख एलन ने कहा कि यूके में उनके यहां भी गणेश जी की प्रतिमा है, लेकिन इतनी खूबसूरत नहीं जितनी ये लोग बना रहे हैं।

यूके संग होगा टेराकोटा कारोबार

शिल्पकारों से बातचीत करते हुए यूके के राजनयिक एलन जेमेल ने कहा कि आप के टेराकोटा प्रोडक्ट इतने नायाब और खूबसूरत हैं कि सबकुछ खरीद लेने का मन करता है। इस खूबसूरत टेराकोटा से यूनाइटेड किंगडम के लोगों को भी रूबरू कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें यहां आकर पूरी उम्मीद है कि जल्द ही यूके यहां से टेराकोटा का कारोबार करेगा।

हिंदी बोल शिल्पकारों का जीत लिया दिल

पहली बार गोरखपुर आए यूके के ट्रेड कमिश्नर ने औरंगाबाद में टेराकोटा शिल्पकारों से हिंदी में बातचीत कर उनका दिल जीत लिया। वह शिल्पकारों के घर उनसे इत्मीनान से हिंदी में बात कर टेराकोटा की खूबियां समझते रहे। इस दौरान तीनों शिल्पकारों ने उन्हें टेराकोटा उत्पाद उपहार स्वरूप दिए। यहां पहुंचने पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट-एसडीएम सदर कुलदीप मीणा और उद्योग उपायुक्त रवि कुमार शर्मा ने उनकी अगवानी की।