-प्रापर्टी डीलर के मर्डर के लिए फैजाबाद पहुंचे थे दोनों बदमाश

-धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर की हत्या में पुलिस को थी तलाश

GORAKHPUR: गोरखपुर में मुन्ना बजरंगी गैंग पांव पसार रहा है। सुपारी किलिंग के लिए गोरखपुर के शातिरों का इस्तेमाल हो रहा है। फैजाबाद में जिला पंचायत सदस्य की हत्या के इरादे से पहुंचे मुन्ना बजरंगी गैंग के दो बदमाशों को एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने अरेस्ट कर लिया। शुक्रवार देर रात फैजाबाद के कोतवाली इलाके के अमानीगंज स्वयंवर लान में ठहरे बदमाशों से एटीएफ की मुठभेड़ हुई। घेराबंदी में एसटीएफ टीम ने गोरखपुर के उरुवा, श्रीराम टड़वा गांव निवासी धनेश यादव उर्फ सोनू उर्फ पहलवान और फैजाबाद के महराजगंज, झानापुर निवासी अभिनव प्रताप सिंह को अरेस्ट कर लिया। उनके पास से पिस्टल, तमंचा, कारतूस और नई पल्सर बाइक बरामद हुई।

धनेश यादव उर्फ पहलवान ने तीन साल पहले उरुवा में हुए मुठभेड़ में मोनू दुबे संग सरेंडर कर दिया था। जेल से छूटने के बाद वह सक्रिय रूप से मुन्ना बजरंगी के लिए काम करने लगा। पुलिस का दावा है कि वारदात को अंजाम देने के लिए दो अन्य बदमाश भी पहुंचने वाले थे। उनकी तलाश की जा रही है।

हिस्सेदारी नहीं देने पर मारने का था प्लान

फैजाबाद में एक जिला पंचायत सदस्य के पति रामचंदर प्रापर्टी डीलिंग करता है। पुलिस का कहना है कि फैजाबाद में रामचंदर के पास 17 करोड़ रुपए की जमीन है। इस जमीन को कब्जाने में मुन्ना बजरंगी की बड़ी भूमिका थी। इसलिए मुन्ना बजरंगी ने पांच हजार स्क्वायर फीट भूमि और तीन करोड़ रुपए की मांग की। रामचंदर ने मुन्ना बजरंगी को रंगदारी देने से मना कर दिया। इसके बाद झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी, उसके खास सहयोगी अजय सिपाही, धर्मेद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह, अभिनव प्रताप सिंह और धनेश यादव उस पर लगातार दबाव बनाते रहे। इस मामले में फैजाबाद में माफिया और उसके सहयोगियों के खिलाफ रंगदारी मांगने का मामला प्रापर्टी डीलर रामचंदर ने दर्ज कराया था। रुपए न देने पर जेल से माफिया ने प्रापर्टी डीलर की हत्या की साजिश रच दी। इसके लिए अभिनव और धनेश यादव के अलावा दो अन्य बदमाशों को सुपारी दी गई। मर्डर के लिए बदमाशों ने दो नई बाइक खरीदी। शुक्रवार रात सभी शूटर्स को फैजाबाद पहुंचना था। धनेश यादव और अभिनव वहां पहुंचकर अपने दो अन्य साथियों का इंतजार कर रहे थे।

मुठभेड़ के बाद दबोचे गए बदमाश

शुक्रवार को एसटीएफ गोरखपुर यूनिट के इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह को इसकी जानकारी मिली। एसआई भानु प्रताप सिंह, राजकुमार सिंह, कांस्टेबल अनूप राय, महेंद्र सिंह, आशुतोष तिवारी और यशवंत सिंह की टीम ने फैजाबाद में मैरेज हाल की घेराबंदी कर ली। दोनों के खिलाफ फैजाबाद में केस दर्ज कर एसटीएफ जांच में जुटी है। पूछताछ में सामने आया कि झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी के लिए प्रदेश के कई जिलों में बदमाश काम कर रहे हैं। गाजीपुर जेल में निरुद्ध धर्मेद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह माफिया के लिए पूरा नेटवर्क संचालित कर रहा है। मुन्ना के कहने पर रिंकू सिंह ने 21 मई 2017 को झारखंड के धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या कराई थी। रिंकू सिंह ने ही वाराणसी के डिप्टी जेलर अनिल त्यागी के मर्डर की सुपारी ली थी। पूर्व डिप्टी मेयर के मर्डर का वीडियो दिखाकर धनेश और अभिनव फैजाबाद के प्रापर्टी डीलर पर दबाव बना रहे थे। प्रापर्टी डीलर ने केस दर्ज कराया तो जांच एसटीएफ को सौंपी गई।

गोरखपुर में बढ़ा रहा गैंग का दबदबा

खोराबार के सिक्टौर चौराहे पर एक प्रापर्टी डीलर के पास 10 हजार रुपए की पगार पर धनेश काम करता है। इसके पहले उसका नाम धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर हत्याकांड में सामने आया था। तब उसे पुलिस पहलवान के नाम से जानती थी। लेकिन पहचान नहीं होने से गिरफ्तारी में नाकाम रही। धनेश के खिलाफ गोरखपुर में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि, अभिनव दो बार बैंक डकैती डाल चुका है। 2008 में फैजाबाद में सिक्योरिटी गार्ड की हत्या कर 13 लाख रुपए की लूट और गोंडा में कैश वैन से 35 लाख रुपए लूटने के मामले में अभिनव का नाम आया था। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। गोरखपुर में रहकर धनेश पूरे गैंग को बढ़ाने में लगा था। उसके जरिए धनबाद के कोल माइंस ठेकेदारी में एक अन्य गैंगवार की कहानी गढ़ी जा रही थी। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि नीरज मर्डर के गवाहों को निपटाने की पूरी योजना बन रही थी। माफिया चंदन सिंह के कहने पर इलाहाबाद के सिगौली में एक व्यक्ति के मर्डर के लिए इसी गैंग ने सौदा तय किया था। लेकिन एसटीएफ की कार्रवाई से गैंग के अरमानों पर पानी फिर गया।

वर्जन

मुन्ना बजरंगी गैंग के दो शार्प शूटर अरेस्ट किए गए हैं। इनके बारे में अन्य जानकारी जुटाई जा रही है। बदमाशों का नेटवर्क पूरे यूपी में फैला है। ठेकेदारों, बिजनेसमैन और नेताओं से रंगदारी मांगना, टेंडर मैनेज करना इस गैंग का काम है। इस गैंग ने इलाहाबाद में एक मर्डर की सुपारी ली थी।

एस आनंद, एएसपी, एसटीएफ