सिविल इंजीनियर बन करनी है जाम की प्रॉब्लम दूर

उन्नति सिविल इंजीनियर बनकर सिटी से जाम की समस्या खत्म करना चाहती है। कहीं भी कांस्ट्रक्शन होता देखकर उन्नति का ध्यान उधर ही अट्रैक्ट हो जाता है। इसके बाद वह देखने लगती है कि कांस्ट्रक्शन और अच्छा कैसे हो सकता है। उन्नति के फादर विकास श्रीवास्तव ने भी आईआईटी से सिविल इंजीनियरिंग की थी और उनका ब्रदर भी सिविल इंजीनियरिंग कर रहा है।

बर्डन न समझें पढ़ाई को

उन्नति का कहना है कि कभी भी पढ़ाई को बर्डन की तरह नहीं लेना चाहिए। क्योंकि जब किसी काम को बर्डन की तरह लिया जाता है तो वह सही से नहीं हो सकता। जबकि अगर किसी भी काम को एन्ज्वॉय करते हुए किया जाए तो वह स्मूथली और परफेक्शन के साथ होता है। उन्नति ने बताया कि वह पढ़ने में कम टाइम देती थी लेकिन जितना भी समय पढ़ती थी पूरी तरह से कान्सन्ट्रेट करके।