GORAKHPUR:

यूपीसीपीएमटी-15 परीक्षा परिणाम को लेकर कैंडिडेट्स और पैरेंट्स के आरोपों पर डीडीयूजीयू प्रशासन ने स्पष्टीकरण दिया है। यूपीसीपीएमटी कोर कमेटी के मेंबर प्रो। अजय गुप्ता ने बताया कि 15 जून को घोषित किए गए परीक्षा परिणाम को लेकर यह आरोप लग रहे थे कि आखिरकार परीक्षा परिणाम 8 जून को क्यों घोषित किया गया। परीक्षा परिणाम इसलिए पहले घोषित किया क्योंकि परीक्षाफल तैयार हो गया था। इसे रोकना अनुचित था। इसके बाद कैंडिडेट्स से परीक्षा प्रश्नपत्र परीक्षा के बाद क्यों जमा कराए जाने के सवाल पर यूनिवर्सिटी का जवाब है कि शासन के आदेश पर प्रश्नपत्र कैंडिडेट्स को नहीं लौटाना था। चारों सीरीज के प्रश्नपत्र एवं उत्तर सार्वजनिक क्यों नहीं किए गए। क्योंकि शासनादेश में मात्र उत्तर जारी करने का निर्देश है। उसके अनुरूप परिणामों की घोषणा के साथ ही वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी गई थी। इसके अलावा कई अन्य सवालों के जवाब को कोर कमेटी के मेंबर्स ने स्पष्ट कर दिया है।