गोरखपुर (ब्यूरो)।नए इनोवेशन और रिसर्च ने इसे बेहद आसान बना दिया है, जिससे किसानों की आय भी बढ़ेगी और उनकी लागत भी कम आएगी। आप अपने घर में ही छोटी सी जगह में कई तरह की सब्जियां उगा सकते हैं। यह संभव है 'हाइड्रोपोनिक्सÓ से। यह खेती का एक ऐसा तरीका है जिसमें मिट्टी की जरूरत नहीं पड़ती। शुक्रवार को डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर गोरखपुर, फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन गोरखपुर और इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एंड नेचुरल साइंसेज की ओर से 'ईट राइट मेलाÓ ऑर्गनाइज हुआ। इसमें किसानों को मिलेट्स के फायदे के साथ ही खेती के नए तरीकों के बारे में बताया गया।

बिना मिट्टी के होगी खेती

एक्जीबिशन में डिपार्टमेंट ऑफ एग्रोनॉमी एंड जेनेटिक प्लांट ब्रीडिंग में एमएससी के स्टूडेंट अभिषेक पटेल, प्रमोद सिंह और विकास यादव ने हाइड्रोपोनिक्स टेक्निक का स्टॉल लगाकर किसानों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हाइड्रोपोनिक्स में किसी भी पौधे को उगाने के लिए मिट्टी की जरूरत नहीं होती। इस टेक्निक के तहत आप अपने छोटे से गार्डन या किचन में भी सब्जियां उगा सकते हैं। इसमें पौधों को एक पीवीसी पाइप में लगाया जाता है, जिसकी जडें़ पानी में डूबी रहती हैं। पौधों को स्टेबल रखने के लिए रेत का सहारा लिया जाता है वहीं उनको सारे जरूरी कंपोनेंट्स पानी में मिला के दिया जाता है।

आर्गेनिक खेती के बारे में किया अवेयर

डिपार्टमेंट ऑफ हॉर्टिकल्चर के धमेंद्र मौर्या, प्रभात सिंह, अखिलेश वर्मा, अंकित पासवान और अंतरा मौर्या ने ऑर्गेनिक खेती करने के लिए किसानों को अवेयर किया। उन्होंने अपने स्टॉल पर आर्गेनिक तरीके से उगाए हुए पौधों को भी सेल किया। स्टूडेंट्स ने यह सब्जियां और पौधे इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एंड नेचुरल साइंसेज में तैयार किया था।

मिलेट्स से बनाई डिश

फेयर में मिलेट्स से बनी कई तरह की डिशेज बनाई गई थीं, जिन्हें किसानों के साथ ही व्यापारियों ने टेस्ट किया। इसके साथ ही हेल्थ एक्सपट्र्स ने इसके फायदे समझाए। इंडिया वेदिक्स की रूचि श्रीवास्तव और नंदनी श्रीवास्तव ने मिलेट्स से बने प्रोडक्ट्स के बारे में लोगों को जानकारी दी।

मेले में शामिल होकर काफी अच्छा लगा। इसमें हमने श्रीअन्न को पैदा करने के साथ ही उसको बेचने के बारे में समझा। बच्चों ने खेती के नए तरीकों के बारे में बताया, जो आगे चलकर फायदेमंद रहेगा।

हरेंद्र प्रताप सिंह, किसान

वर्कशॉप में मिलेट्स से जुड़ी जानकारी दी गई। इसमें उसके बीज लगाने से लेकर उसको बेचने के बारे में बताया गया। साथ ही उसके बाई प्रोडक्ट्स के बारे में भी जानकारी मिली।

अवधेश सिंह, किसान