गोरखपुर (ब्यूरो)। मैसेज आने के बाद मां-बाप ने पहले खुद के स्तर से बेटे की तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चलने पर शुक्रवार रात में करीब एक बजे एम्स थाने में भाई और मां पहुंच गईं। पूरी घटना की जानकारी दी। अपहरण कर फिरौती मांगने की सूचना पर पुलिस एक्टिव हो गई। सर्विलांस की मदद से युवक का लोकेशन लखनऊ में मिला। पुलिस टीम तत्काल रवाना हो गई और युवक को ले आई। इसके बाद पूरा मामला खुलकर सामने आ गया।

एक महीने से लगा चस्का

एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ऊंचवा टोला गायत्री नगर निवासी अशोक कुमार रोडवेज कर्मचारी है। उनका बेटा दीपांकर कुमार देवा (19) बीए की पढ़ाई करता है। उसे एक महीने पहले ऑनलाइन लूडो गेम का चसका लग गया। गेम में दस हजार रुपए लगाने पर 18 हजार रुपए मिलने का दावा किया गया। पहले जब उसने रुपए लगाए तो जीता भी गया। इसके बाद उसने लगातार रुपए लगाना शुरू कर दिया। कई बार में पिता के खाते से 2.50 लाख रुपए लगाकर वह हार गया। इसके बाद उसे लगा कि यह बात पिता को पता चलेगी तो घरवाले नाराज होंगे। इस वजह से उसने खुद के अपहरण की साजिश रची।

बस्ती से भेजी फोटो

शुक्रवार की शाम करीब सात बजे वह जिम के लिए घर से निकला और लखनऊ जाने वाली ट्रेन में सवार हो गया। रात में वापस नहीं आने पर परिजन परेशान थे। इसी बीच बस्ती के पास पहुंचने के बाद उसने बेहोशी के हाल में एक फोटो खींच कर मां के मोबाइल फोन पर भेज दिया। तुरंत बाद ही उसने लिखा पांच लाख रुपए की व्यवस्था कर लें, एक नंबर से कॉल जाएगा तो दे दें, नहीं तो बेटे की हत्या कर दी जाएगी। यह भी लिखा कि इसकी सूचना पुलिस को दी गई तो अनहोनी तय है। मैसेज और फोटो भेजने के बाद दीपांकर ने मोबाइल फोन स्वीच ऑफ कर लिया। उधर, मां ने उसके दोस्तों से संपर्क किया तो जानकारी नहीं मिली। रात में एक बजे के करीब मां और भाई थाने पर पहुंचकर पुलिस को सूचना दी। एसपी ने बताया कि सूचना पर एसओ एम्स मदन मोहन मिश्रा के नेतृत्व में टीम सक्रिय हो गई और युवक को सकुशल खोजकर परिजनों को सौंप दिया गया।

जालसाजों का जाल है, मुफ्त में कुछ नहीं मिलता

एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि जालसाज तरह-तरह से ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं। इसके लिए खुद का बचाव करना जरूरी है। सीधे तौर पर जाने की मुफ्त में कुछ नहीं मिलता है। लालच में आने के बाद ही लोग रुपए गंवाते हैं। दूसरे अभिभावक को भी ध्यान देना चाहिए। खासतौर पर बैंक खातों का अपडेट मोबाइल फोन पर आने पर उस बारे में पूछताछ करनी चाहिए। हर बार रुपए कटने पर मैसेज आना है, लेकिन कई बार उस मोबाइल फोन का इस्तेमाल बच्चे कर लेते हैं। इस वजह से समय-समय अपने बैंक खातों की जानकारी लेते रहना चाहिए।