- माइनर सिम्प्टम्स वाले कोरोना पेशेंट्स के लिए मार्केट में आई दवा

- दिखाना होगा डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन तभी मिलेगी दवा

GORAKHPUR: कोरोना के बढ़ते केसेज के बीच ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स की दवा फैबिफ्लू के इस्तेमाल की भले ही मंजूरी मिल गई है लेकिन बगैर प्रिस्क्रिप्शन इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। ड्रग डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक, इसकी मंजूरी केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की ओर से मिली है। कोरोना के माइनर सिम्प्टम्स वाले मरीजों को यह दवा दी जा सकती है। डॉक्टर्स की मानें तो यह दवा एंटीवायरल है जो हल्के सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार में दी जा सकती है। भालोटिया सहित अन्य मेडिकल स्टोर्स पर यह अवेलबल है लेकिन डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन दिखाने पर ही मिल सकेगी।

डॉक्टर से सलाह के बाद ही लें दवा

बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच गोरखपुर में ही कोरोना के केस 800 के पार पहुंच चुके हैं। इस बीच दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन पर रिसर्च भी जोरशोर से चल रही है। कई देशों ने कोरोना की दवा बनाने का दावा भी किया है लेकिन अब तक किसी भी देश को वैक्सीन बनाने में सफलता नहीं मिली है। इस बीच कई कंपनियों ने कुछ दवाएं मार्केट में उतारी हैं, जिसका उपयोग कोरोना मरीजों पर किया जा रहा है, जिनके परिणाम भी सार्थक रहे हैं। इनमें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन सहित रेमडेसिविर इंजेक्शन और फैबिफ्लू दवा शामिल हैं। बताया जा रहा है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीनके लिए तो आईसीएमआर ने निर्देश दिया है कि यह मेडिसिन हेल्थ डिपार्टमेंट के इंप्लॉईज, पुलिसकर्मियों को खिलाई जाए। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डॉ। अश्वनी मिश्रा ने बताया कि फैबिफ्लू दवा की मंजूरी सरकार ने दे दी है। हल्के लक्षण वाले मरीजों को यह दवा देनी है। यह दवा सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार के मरीजों के लिए स्पेशल है। हालांकि बीआरडी में अभी इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। लेकिन प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स पर यह मिल रही है। डॉ। अश्वनी बताते हैं कि यह दवा तो बाजार में मिल जा रही है, लेकिन डाक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बाद ही इसका सेवन करें।