गोरखपुर (ब्यूरो)। वहीं आग के चपेट में आए पति की भी हालत गंभीर बताई जा रही है। मायके वालों के आरोप पर खजनी थाने में पति, सास, दो जेठ, 2 जेठानी पर दहेज हत्या का केस दर्ज हुआ है।

यह ता पूरा मामला

नगर पंचायत उनवल के वार्ड नंबर चार निवासी सूरज तिवारी की 26 वर्षीय पत्नी मृतिका अंजलि ने 9 सितंबर की शाम पति से विवाद के चलते नाराज होकर अपने ऊपर डीजल उड़ेल कर गैस सिलेंडर से आग लगा लिया। धुआं देखकर पति और परिजन समेत मुहल्ले के लोग फाटक तोड़कर दूसरी मंजिल पर पहुंचे तो अंजलि जल रही थी। पति को देखकर अंजलि ने आग बुझाने पहुंचे पति सूरज को गाली देते हुए पकड़ कर अपने आगोश में ले लिया। पति सूरज भी जलने लगा। किसी तरह सूरज उसकी पकड़ से दूर होकर जलते हुए नीचे भगा।

पहुंची महिला तो भाग गए लोग

पत्नी अंजलि भी जलते हुए नीचे आईं तो लोग यह दृश्य देखकर भयभीत होकर भाग चले। तब तक दोनों पति पत्नी बुरी तरह जल चुके थे। परिजनों ने मृतिका अंजलि के मायके सूचना देकर पति-पत्नी को को तत्काल वाहन से सदर अस्पताल भेजा। जहां दोनों की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान रात 12 बजे अंजलि ने दम तोड़ दिया। वहीं पति सूरज मेडिकल कॉलेज में जीवन और मौत से जूझ रहा है। मृतिका को दो बेटियां मुस्कान 5 वर्ष और मुअली दो वर्ष की है।

पिता ने की शिकायत

मृतिका अंजलि के पिता चंद्रप्रकाश तिवारी ग्राम सांडी खूर्द थाना रुधौली जनपद सिद्धार्थनगर रात में ही मेडिकल कॉलेज पहुंचे तब तक अंजलि मर चुकी थी। रात में ही मृतिका के पिता ने कप्तान गोरखपुर के वहां पहुंच कर लिखित शिकायत किया कि 8 वर्ष पूर्व मेरी लड़की अंजलि की सादी कस्बा संग्रामपुर उनवल निवासी सूरज तिवारी पुत्र स्व मोती तिवारी से हुई थी। हमारे लड़की को 6 माह से सूरज, लड़की की सास, दो जेठ और दोनों जेठानी मारते पिटते थे। वह लोग दो लाख रुपए की मांग करते थे। उसे घर से निकाल दिये थे। लोक राज बस मैंने फिर अपने लड़की की विदाई भी कर दिया था शनिवार को पति सूरज,व सास,दोनों जेठ व दोनों जेठानी ने जला दिया जिससे मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में उसकी मौत हो गई।

खजनी में दर्ज हुआ मुकदमा

एसएसपी के आदेश पर इंस्पेक्टर खजनी राजेश कुमार ने धारा 302,323,498्र एवं3/4 एक्ट के तहत पति,सांस,दो जेठ तथा दो जेठानी पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। पोस्टमार्टम के वाद शव को राप्ती तट पर मृतका के ससुराल पक्ष के लोगों ने दाह संस्कार किया। मुखाग्नि मृतका के जेठ अनिल तिवारी ने दिया। उस समय ससुराल पक्ष के अलावा मृतिका के पिता चंद्रप्रकाश और भतीजा नितेश तिवारी भी मौजूद थे।