आई एक्सक्लूसिव

-सेमेस्टर एग्जाम में मोबाइल से नकल करते हुए हरकोर्टियंस धरे गए थे

-दस स्टूडेंट को मोबाइल से नकल करते हुए पकड़ा था, 5 को सजा मिली

KANPUR : एचबीटीयू में करीब दो महीने पहले हुए सेमेस्टर एग्जाम में नकल करने के आरोप में सेकेंड इयर के करीब दस स्टूडेंट को पकड़ा गया था। यह सभी स्टूडेंट्स मोबाइल से ई-बुक्स के माध्यम से नकल कर रहे थे। अहम बात यह रही कि कुछ स्टूडेंट्स को उस पेपर के अलावा दो पेपर में और जीरो मा‌र्क्स देकर बैक लगा दी गई। जिनकी बैक लगी है उन स्टूडेंट्स का आरोप है कि करीब 5 स्टूडेंट और ऐसे हैं जो कि मोबाइल से नकल करते हुए पकड़े गए थे, लेकिन उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया।

परीक्षा कक्ष में मोबाइल लाए थे

नाम न पब्लिश करने की शर्त पर सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स ने कहा कि टेक्निकल यूनिवर्सिटी बनने से पहले जो इवेन सेमेस्टर एग्जाम हुए थे। एग्जिामनेशन रूम में मोबाइल ले जाना मना है, लेकिन सर्च नहीं किया जाता है, जिसकी वजह से मोबाइल परीक्षा कक्ष में आसानी से ले पहुंच जाते हैं, लेकिन नकल करते टाइम मोबाइल पकड़ में आ जाते हैं कुछ लोग इस तरह से मोबाइल का यूज करते हैं कि ड्यूटी करने वाले फैकल्टी मेंबर्स को भनक तक नहीं लगती है।

अभी कुछ तय नहीं है

अहम बात यह है कि यूएफएम कमेटी ने जिस तरह का डिसीजन दिया है वह उचित नहीं है। यह आरोप उन स्टूडेंट्स ने लगाए हैं जो कि नकल के आरोप में नाप दिए गए हैं। स्टूडेंट्स का आरोप है कि जिस पेपर में पकड़ा गया उसके अलावा दो पेपर में और बैक लगा दी। यह कहां का जस्टिस है। इस मैटर पर स्टूडेंट्स ने प्रोटेस्ट भी किया, लेकिन अभी तक उनके मैटर पर कोई ठोस डिसीजन नहीं दिया गया है। स्टूडेंट्स का यह भी आरोप है कि एक जैसा व्यवहार होता तो कोई समस्या नहीं थी किसी को माफ कर दिया किसी को सजा दे दी गई।

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अगर बल्क में स्टूडेंट्स के पास से नकल सामग्री मिलती है तो उसके सभी सब्जेक्ट में जीरो मा‌र्क्स दिए जाते हैं। मोबाइल एग्जिामनेशन रूम में ले जाने की मनाही है। फिर स्टूडेंट्स मोबाइल क्यों लाते हैं। अगर किसी स्टूडेंट को समस्या है तो वह उनसे अपनी समस्या बता सकता है।

-प्रमोद कुमार, परीक्षा नियंत्रक, एचबीटीयू