कानपुर(ब्यूरो)। मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल में सांस के पेशेंट की तेजी से बढ़ती संख्या को देखते हुए 30 बेड की इमरजेंसी बनाने की योजना है। इसके लिए जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने चेस्ट हॉस्पिटल के सीएमएस डा। एसके ङ्क्षसह और एचओडी प्रो। संजय वर्मा को निर्देशित किया है। अभी तक हॉस्पिटल में पांच बेड की इमरजेंसी में सिटी के साथ आसपास के 15 सिटीज के पेशेंट का ट्रीटमेंट किया जाता है। इसमें कई बार गंभीर पेशेंट की अधिकता के कारण ट्रीटमेंट में असुविधा होती है।
मंडे को मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल में डेरापुर की महिला की मौत कर्मचारियों के लचर रवैये के कारण हो गई थी। ट्यूजडे शाम को औचक निरीक्षण पर पहुंचे प्रिंसिपल ने सबसे पहले हॉस्पिटल में कार्यरत कर्मचारी, वार्ड ब्वाय और सिस्टर की रोस्टर के हिसाब उपस्थिति की जांच की। प्रिंसिपल ने सीएमएस को कर्मचारियों की उपस्थिति को नियमित जांचने और बिना कारण गायब कर्मचारियों पर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।

उन्होंने हॉस्पिटल में पेशेंट के लिए जरूरी उपकरण की मांग और 30 बेड की इमरजेंसी बनाने का प्रस्ताव बनाने के लिए निर्देशित किया। हैलट के एसआईसी प्रो। आरके ङ्क्षसह ने बताया कि कई कर्मचारी मौके पर नहीं मिले हैं। उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।