कानपुर (ब्यूरो) बिठूर के गुराहा गांव में नए साल वाले दिन कल्याणपुर गूबा गार्डन के पास रहने वाले रामा मेडिकल कॉलेज के बी फार्मा छात्र संगम यादव (23) का शव मिला था। पूरे शरीर में चोट के निशान थे। बिठूर पुलिस ने हत्या की एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू की थी। सामने आया कि मंधना के बगदौधी बांगर गांव में रिटायर पुलिस कर्मी अरुण त्रिपाठी के हॉस्टल में संगम अपने नौ दोस्तों के साथ न्यू ईयर दारू पार्टी में शामिल हुआ था। दोस्तों ने बताया कि शराब पीने के बाद संगम की हालत बिगड़ गई थी। तीसरी मंजिल पर उल्टी करने के दौरान वह अनियंत्रित होकर नीचे गिरा और उसकी मौत हो गई थी। हादसे से सभी दोस्त इतना डर गए कि उसे अस्पताल पहुंचाने की बजाए गांव के बाहर फेंक कर भाग निकले थे।

परिजनों के जिद पर अडऩे पर भेजा जेल
कल्याणपुर एसीपी विकास पांडेय ने बताया कि अब तक की जांच में हत्या का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। ये सभी मृतक के साथी छात्र साक्ष्य मिटाने और घायल दोस्त को अस्पताल पहुंचाने के बजाए फेंक कर भागने के दोषी हैं। लेकिन परिजनों का मानना है कि दोस्तों ने हत्या की है। इसके चलते आठ दोस्तों को अरेस्ट कर लिया गया है। इन सभी को बुधवार को जेल भेजा जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई जांच के आधार पर की जाएगी।

कांस्टेबल पिता और भाई ने खुद केस की जांच की
छिबरामऊ करमुल्लापुर के रहने वाले शिवम यादव यूपी पुलिस में कॉन्स्टेबल हैं। शिवम ने बताया कि वह मौजूदा समय में वह महोबा में तैनात हैं। जबकि उनके पिता उदेश यादव पीएसी झांसी में हेड कॉन्स्टेबल हैं। छोटा भाई संगम यादव की मौत हादसा नहीं, हत्या है। अगर हादसा था तो उसे अस्पताल क्यों नहीं पहुंचाया? उसके शरीर से कपड़े और जूते कैसे उतर गए? शरीर पर इनते चोट के निशान कहां से आए? एक दो नहीं सभी दोस्त उसे छोड़कर क्यों भाग निकले? इन सब बातों का कोई दोस्त जवाब नहीं दे सका। इससे साफ है कि उनके भाई की बेरहमी से पीट-पीट कर या छत से फेंक कर हत्या की गई है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी उलझाया
छात्र संगम के शव का पोस्टमार्टम डॉ। प्रशांत मिश्रा और मनोज श्रीवास्तव के पैनल से हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक, संगम के सिर की तीन से चार हड्डियां टूट गई थीं, जिससे वह कोमा में चला गया और मौत हो गई। सिर में खून के थक्के भी जमे मिले हैं। हाथ-पैर में फ्रेक्चर मिला है और पसलियां टूटकर हार्ट में घुस गई थीं, जिससे हार्ट पंचर हो गया था। इसलिए आशंका है कि ज्यादा ऊंचाई से गिरने की वजह से ऐसा हुआ होगा। लेकिन पीट-पीट कर हत्या या फिर किसी को छत से फेंकने पर इस तरह की चोट से भी नकारा नहीं जा सकता है। वहीं फोरेंसिक रिपोर्ट से भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।