कानपुर (ब्यूरो)। सफलता के रास्ते में आर्थिक स्थिति रोड़ा न बने, इसलिए कॉम्पटेटिव एग्जाम्स की तैयारी कराने के लिए सरकार ने तीन साल पहले अभ्यदुय कोचिंग की शुरुआत की थी। लेकिन, तीन साल में यह कोचिंग एक भी कैंडीडेट के करियर का उदय नहीं कर पाई है। स्कीम की पड़ताल के दौरान सिलेक्शन के आंकड़ों को बताने में अफसरों और कोआर्डिनेटर्स ने सिलेक्शन होने का दावा किया लेकिन जब सिलेक्टेड स्टूडेेंट्स की संख्या, नाम और मोबाइल नंबर मांगा गया तब मामला गड़बड़ा गया। समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र सिंह ने अभी तक एक भी सिलेक्शन नहीं होने की बात को स्वीकार किया।

फरवरी 2021 में शुरू
यूपी गवर्नमेंट की ओर से फरवरी 2021 में होनहारों को यूपीएससी, यूपीपीएससी, सीडीएस, एनडीए, जेईई और नीट की तैयारी कराने के लिए फ्री कोचिंग की शुरुआत की गई थी। यूपी गवर्नमेंट के सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के अंतर्गत इस स्कीम को शुरू किया गया था। बीते तीन सालों में कोचिंग तो जैसे तैसे चल रही है लेकिन सिलेक्शन के नाम पर संख्या जीरो है। इस समय अभ्युदय कोचिंग को कागजों में सिटी में तीन जगहों पर चलाया जा रहा है। लेकिन वास्तविकता में कोचिंग केवल दो जगहों पर ही चल रही है।

सीएसजेएमयू में संचालन बंद
नवाबगंज स्थित वीएसएसडी कॉलेज में दोपहर दो से शाम पांच बजे तक यूपीएससी और यूपीपीएससी की क्लासेज चलती हैैं। इसके अलावा सुबह 7.30 से 10.30 तक राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय कल्याणपुर में नीट और जेईई की कोचिंग चलाई जाती हैैं। बीते एक महीने से ज्यादा समय से एग्जाम के कारण सीएसजेएमयू कैंपस में कोचिंग का संचालन बंद है। समाज कल्याण विभाग के अफसरों ने एग्जाम के चलते बंद हुई कोचिंग को किसी दूसरे स्थान पर शुरू कराने के लिए कोई कोशिश नहीं की। डिपार्टमेंट की अन्य स्कीम्स की तरह इस स्कीम को भी सरकारी रवैये की तरह ही चलाया जा रहा है।

10 परसेंंट ही मिले प्रेजेंट
कोचिंग की हकीकत समझने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर वीएसएसडी कॉलेज पहुंचा। जहां पर यूपीएससी की कोचिंग के लिए 130 से ज्यादा स्टूडेंट इनरोल्ड हैैं, लेकिन मौके पर मात्र 13 स्टूडेंट ही क्लास लेते नजर आए। यानि कि मात्र 10 परसेंट। पूछने पर क्लास ले रहे टीचर ने बताया कि एग्जाम चल रहे हैैं। इस वजह से स्टूडेंट्स की संख्या मेें कमी है। बाकी दिनों में स्टूडेंट्स आते हैैं। वहीं स्टूडेंट्स ने बताया कि संख्या कभी 20 के ऊपर जाती ही नहीं है। कुछ इसी तरह का नजारा कल्याणपुर स्थित जेईई और नीट की तैयारी करने वाले सेंटर का दिखा। वहां भी 10-15 स्टूडेंट ही पढ़ रहे थे।

न इंटरव्यू न मॉक टेस्ट
कॉम्पटेटिव एग्जाम्स की कोचिंग के लिए सरकारी द्वारा चलाई जा रही अभ्युदय कोचिंग नॉन अपडेटेड है। जहां एक ओर प्राइवेट कोचिंग में मॉक टेस्ट और इंटरव्यू लेकर स्टूडेंट को फाइनल एग्जाम के लिए तैयार किया जाता है। वहीं, अभ्युदय कोचिंग के सेंटर्स को सरकारी बिल्ंिडग्स में चलाया जा रहा हैै। जहां बिजली जाने पर ठीक से रोशनी तक की व्यवस्था भी नहीं होती है। मॉक टेस्ट और इंटरव्यू के लिए यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है।

यहां से शुरू हुई थी कोचिंग
कोचिंग की शुरुआत सीएसजेएमयू, एचबीटीयू और सीएसए कैंपस से हुई थी, जिसमें सीएसए कैंपस में कभी क्लास ही नहीं लगी। बीते कई दिनों से एचबीटीयू मेें भी क्लास लगना बंद है। एग्जाम के कारण इस समय सीएसजेएमयू कैंपस की क्लासेज भी बंद चल रही हैैं। इस समय वीएसएसडी कॉलेज और राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय कल्याणपुर में कोचिंग चलाई जा रही है। शुरुआती दिनों में कमिश्नर, डीएम से लेकर जिले के कई सीनियर अफसर भी क्लास लेने आया करते थे लेकिन समय बीतते बीतते उन्होंने ने भी आना बंद कर दिया।