कानपुर (ब्यूरो)। भीषण गर्मी में सैकड़ों किलोमीटर से बस लेकर आने के बाद रोडवेज ड्राइवर्स को अब बस के नीचे चटाई बिछाकर नहीं सोना पड़ेगा। जल्द ही उनको झकरकटी बस अड्डे पर एसी रेस्ट रूम की सुविधा मिलने लगेगी। रोडवेज ने यह फैसला पैसेंजर्स की सुरक्षित जर्नी को देखते हुए लिया है। जिससे लांग रूट के ड्राइवर्स एसी रेस्ट रूम में सफर की थकान को दूर कर सकें। रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक ड्राइवर्स को यह सुविधा जून के लास्ट तक मिलने लगेगी।

एक्सीडेंट में आएगी कमी
रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक बस ड्राइवर्स की नींद जब अच्छी तरह पूरी होगी तो वह फ्रेश होकर बस ड्राइव करेंगे। जिससे एक्सीडेंट होने की आशंका नहीं रहेगी। रोडवेज बसों के एक्सीडेंट होने का एक कारण बस ड्राइवर की नींद पूरी न होना भी है। यही कारण है कि डिपार्टमेंट ने झकरकटी अंतर्राज्यीय बस अड्डे पर एसी रेस्ट रूम बनाने का निर्णय लिया है। जिससे लांग रूट के बस ड्राइवर्स बिना किसी परेशानी के आराम कर सकेंगे।

42 डिग्री टेम्प्रेचर में जमीन पर सोते
झकरकटी अंतर्राज्यीय बस अड्डे में गोरखपुर, पडरौना, बस्ती समेत अन्य लंबे रूट की बसों के ड्राइवर लंबा सफर करने के बाद कुछ घंटों का ब्रेक लेते हैं। अभी तक बस अड्डे में उनके रेस्ट के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं थी। लिहाजा वह मजबूरी में अपनी-अपनी बसों के नीचे सीट रखकर नींद पूरी करते थे। 42 डिग्री सेल्सियस में जहां लोगों के छांव में खड़े होने पर पसीने छूट जाते है। वहीं ऐसी गर्मी में ड्राइवर्स को बस के नीचे खुले में नींद पूरी करनी पड़ती है।

पांच सालों से चल रहा था प्रयास
रोडवेज अधिकारी बस ड्राइवर्स की इस समस्या को दूर करने व पैसेंजर्स का सफर सुरक्षित करने के लिए बीते पांच सालों से बस अड्डे में रेस्ट रूम बनाने का प्रयास कर रहे थे। जोकि अब पूरा होता दिखाई दे रहा है। डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने एसी वेटिंग हॉल को दो पार्ट में बांट कर आधे हिस्से में ड्राइवर्स के लिए रेस्ट रूम बनाने का निर्णय लिया है।

200 से अधिक ड्राइवर्स डेली
झकरकटी अंतर्राज्यीय बस अड्डे पर डेली 200 से अधिक लांग रूट के ड्राइवर्स आते हैं। जोकि सफर पूरा कर बस अड्डे में सफर की थकान दूर करने के लिए कुछ घंटों का रेस्ट लेते हैं। एसी रेस्ट रूम बन जाने से लांग रूट के ड्राइवर्स को काफी राहत मिलेगी। वह बिना किसी समस्या के आराम कर सकेंगे।
- 1000 से अधिक बसों का आवागमन डेली
- 200 से अधिक ड्राइवर्स डेली लांग रूट से के आते है
- 50 से अधिक ड्राइवर्स एक साथ कर सकेंगे रेस्ट
- 6 से अधिक घंटे का रेस्ट लांग रूट के ड्राइवर्स लेते हैं


झकरकटी बस अड्डे पर ड्राइवर्स को आराम करने के लिए एसी रेस्ट रूम की सुविधा दो से तीन सप्ताह में मिलने लगेगी। इससे पहले अधिक पैसेंजर्स की जर्नी सुरक्षित होगी।
लव कुमार, आरएम, रोडवेज, कानपुर रीजन