कानपुर (ब्यूरो)। मिलावटखोरों पर प्रशासन की निगाह टेढ़ी हो गई है। डीएम विशाख जी के सख्त रुख के बाद फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने कार्रवाई तेज की है। फ्राईडे को अलग-अलग 11 फूड प्रोडेक्ट में मिलावट मिलने पर छह कारोबारियों के लाइसेंस सस्पेंड किए गए। अभी कई और मामलों का जांच चल रही है। उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की तैयारी है।

बक्शे नहीं जाएंगे फूड में मिलावट करने वाले
असिस्टेंट फूड कमिश्नर विजय प्रताप ङ्क्षसह ने बताया कि कल्याणपुर आवास विकास के अमन गुप्ता की फर्म मेसर्स विजय ट्रेङ्क्षडग इस्पात नगर पनकी में रिफाइंड पामोलिन आयल, राइस ब्रान आयल में रंग की मौजूदगी मिली। दबौली वेस्ट के जीतेंद्र कुमार चांदवानी की फर्म मेसर्स डैडीसच्च्वाइस में सोया व स्नैक्स सास में ङ्क्षसस्थेटिक रंग मिला। इसी तरह दबौली एलआईजी के शिवपूजन पाल की फर्म मेसर्स साहिब कृपा इंटरप्राइजेज उद्योग कुंज पनकी में मीट मसाला पाउडर, साबुत हल्दी व मिर्चा पाउडर के सैैंपल भी खराब मिले। तीनों के लाइसेंस सस्पेंड किए गए हैं।

नवीन नगर के कुशल मदन की ट्रांसपोर्ट नगर स्थित फर्म एमजे फ्लेवर्स में कत्था पाउडीर व पान मसाला में गैंबियर मिलने पर लाइसेंस सस्पेंड की कार्रवाई की गई। गोङ्क्षवद नगर के ब्लाक निवासी श्यामलाल मूलचंदानी की फर्म मेसर्स आल टाइम फूड्स प्राइवेट लिमिटेड बी-1, दादानगर में सोयाबड़ी में जीवित व मृत कीट व चकेरी क्षेत्र के श्यामनगर गंगा नगर निवासी दीपक गुप्ता के यहां से लिए गए खोवा के सैैंपल में खराबी पर लाइसेंस सस्पेंड किया गया है। असिस्टेंट कमिश्नर ने बताया, लगातार जांच कर फूड प्रोडेक्ट के सैैंपल भरे जा रहे हैं। मिलावटखोरों को किसी भी स्थिति में फूड कारोबार नहीं करने दिया जाएगा।