कानपुर(ब्यूरो)। हाईवे में आवारा जानवरों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने इस बार परफेक्ट प्लानिंग तैयार की है। पुलिस ने सिटी के समाजसेवी संगठनों के साथ मिलकर हाईवे व जीटी रोड के आसपास घूमने वाले आवारा जानवरों के गले में रेडियम युक्त एक पट्टी बांधने का फैसला लिया है। जिससे रात में इन जानवरों से टकरा कर कोई दुर्घटना न हो। हाईवे व सिटी में आवारा जानवरों की वजह से कई बड़े हादसे हो चुके हैं। जिसमें दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है।


जानवर को बचाने में पलटी थी बस, 12 लोगों की गई थी जान
सचेंडी स्थित हाईवे में बीते दो साल पहले एक जानवर को बचाने के चक्कर में ही टूरिस्ट बस अनियंत्रित होकर पटने के साथ एक लोडर से टकरा गई थी। रॉग साइड आ रहे लोडर में लेबर बैठे हुए थे। दुर्घटना में 12 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। घटना की जांच में दो कारण स्पष्ट हुए थे। जिसमें पहला आवारा जानवर व दूसरा रॉग साइड ड्राइविंग था।


व्हीकल ड्राइवर को दूर से दिख जाएंगे जानवर
हाईवे में आए दिन जानवर हैवी व्हीकल से टकरा कर मर जाते है। इसके अलावा कई बार जानवर को बचाने में हैवी व्हीकल ही दुर्घटनाग्रस्त हो जाते है। जिसमें लोगों की जान तक चली जाती है। इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए आवारा जानवर के गले में रेडियम युक्त पट्टी बांध दी जाएगी। जिससे रात में व्हीकल ड्राइवर को जानवर दूर से दिखाई दे और वह पहले से अलर्ट होकर अपने व्हीकल की स्पीड को कंट्रोल कर ले।

यह मिलेगा लाभ
- हैवी व्हीकल से टकरा जानवर नहीं मरेंगे
- जानवरों से टकरा बाइक सवार घायल नहीं होंगे
- जानवरों को बचाने के चक्कर में बड़ी दुर्घटनाएं नहीं होगी
- रेडियम की वजह से दूर से जानवर दिखाई देने पर ड्राइवर अलर्ट हो जाएगा