कानपुर(ब्यूरो)। रायपुरवा में घर के अंदर पूरी तरह जली मिली टीचर मंजूर वर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी उनकी हत्या किए जाने की ओर इशारा कर रही है। वहीं फॉरेंसिक टीम और डॉक्टरों के पैनल ने लाश के साथ मिली राख और हड्डियों की जांच भी की। मौत की वजह तो सामने नहीं आई, बल्कि राख से टीम को मंजू वर्मा की रिंग और चेन जरूर मिल गई। इनसे जो गंध मिली वह किसी ज्वलनशील पदार्थ की थी, ऐसा एटाप्सी करने वाले डॉक्टरों का मानना है। वहीं एटाप्सी के दौरान प्रॉसेस करने वाली टीम ने एश, बोन्स, चेन, रिंग, स्कल बोन, बिस्तर के जले टुकड़े, कोक, टीथ और नेल्स कलेक्ट कर जांच के लिए लैब भेज दिए हैं। इसकी रिपोर्ट आने पर मौत की गुत्थी सुलझने की उम्मीद है।

हत्या की ओर मुड़ी जांच

मंजू वर्मा के घर जब पुलिस पहुंची तो वहां घर के दरवाजे पर बाहर से कुंडी लगी हुई थी। वहीं दरवाजे पर लिखा नोट भी हत्या की ओर इशारा कर रहा था। पूरे मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया हुआ है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। मंजू के कोई संतान नहीं थी जबकि 62 साल की उम्र में भी वे एक निजी स्कूल में पढ़ा रही थीं। उन लोगों की तलाश थाना पुलिस कर रही है जिनको मंजू की मौत से फायदा होने वाला था। एटाप्सी के दौरान मिली जानकारी के बाद एक बार फिर पुलिस की जांच हत्या की ओर मुड़ गई है।

ये था मामला

9 जनवरी को रायपुरवा स्थित छब्बा लाल के हाते में मंजू वर्मा रोज की तरह अपनी रिश्ते की बहन शैलजा के घर नाश्ता करने नहीं पहुंची तो वे उनके घर पहुंच गईं। दरवाजा बाहर से बंद था, आस पास के लोगों को बुलाया और दरवाजा खोला। अंदर धुआं ही धुआं भरा हुआ था। सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम पहुंची और देखा कि अंदर जला हुआ बिस्तर जमीन पर पड़ा है। पानी डालकर आग बुझाई गई तो एश और बोन्स दिखाई दीं। एसीपी इंद्रपाल सिंह ने बताया कि गुरुवार को डीसीपी प्रमोद कुमार ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल की जांच की। कुछ संदिग्ध लोग राडार पर हैैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा।