- यात्रियों को सामान चुराने वाला गैंग बाकायदा बर्थ आरक्षित कराकर एसी कोच में कर रहे वारदात

- आरपीएफ ने एक शातिर को दबोचा, लैपटॉप, घड़ी व चोरी का अन्य सामान बरामद

- पकड़े गए आरोपी ने कबूली कई वारदातें, फर्जी आईडी लगा कराता था रिजर्वेशन

KANPUR। एसी कोच में सफर करना भी यात्रियों के लिए अब सुरक्षित नहीं रह गया है। क्योंकि आपके सामने वाली बर्थ में बठे जिस शख्स को आप सामान्य यात्री समझ रहे हैं हो सकता है वह शातिर चोर हो। आरपीएफ ने शनिवार रात ऐसे ही एक चोर को दबोच लिया। शातिर बकायदा एसी कोच में रिजर्वेशन करा लम्बी दूरी तक सफर करता था और मौका लगते ही यात्रियों का सामान चोरी कर उतर जाता था। जीआरपी व आरपीएफ की चंगुल से बचने के लिए शातिर फर्जी आईडी लगा कर रिजर्वेशन कराता था।

इंटर का छात्र है शातिर

जीआरपी इंस्पेक्टर नंदजी यादव ने बताया कि आरोपी नगरनौसा नालंदा बिहार निवासी मुकेश इंटर का छात्र है। पूछताछ में मुकेश ने बताया कि वह आधा दर्जन से अधिक चोरी की वारदातें कर चुका है। आरपीएफ इंस्पेक्टर सुनील गुप्ता ने बताया कि आरोपी मुकेश को सेंट्रल स्टेशन के सिटी साइड रिजर्वेशन हाल के पास पकड़ा गया। उसके पास से चोरी का लैपटॉप, दो मोबाइल, हाथ घड़ी समेत लगभग तीन हजार रुपये की नकदी बरामद हुई है। आरोपी के मुताबिक उसने दो यात्रियों का बैग चोरी किया था।

पटना में बेचता है चोरी का सामान

मुकेश ने बताया कि वह यात्रियों का चोरी किया गया सामान पटना में औने पौने दाम में बेच देता था। आरपीएफ एसआई राजेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि आरोपी मुकेश ने जयनगर-आनंद विहार एक्सपे्रस के जीएस-13 कोच में सफर कर रहे आरा बिहार निवासी सावन समीर का लैपटॉप चोरी किया था। इसी कोच की बर्थ नंबर 62 मुकेश के नाम पटना से आनंद विहार तक रिजर्व थी। जिसमें वह सफर कर रहा था। ट्रेन के इलाहाबाद के आगे चलते ही मुकेश समीर का सामान चोरी कर सेंट्रल स्टेशन में उतर गया था।