-प्लेयर्स पवेलियन तक पहुंचे फॉर्मर एसएसपी और उनका बेटा

यन्हृक्कक्त्र (20 स्द्गश्चह्ल): ग्रीनपार्क मैदान में मंगलवार को आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट की सरेआम धज्जियां उड़ा दी गईं, जब शहर के एक फॉर्मर एसएसपी यशस्वी यादव अपने बेटे के साथ प्लेयर्स के ड्रेसिंग रूम तक पहुंच गए। तकरीबन एक घंटे तक वो ड्रेसिंग रूम के बाहर प्लेयर्स के बैठने के लिए रखे गए सोफे पर बैठे रहे और इस दौरान कई खिलाड़ी वहां से मैदान में जाने के लिए गुजरते रहे। इस दौरान न ही यूपीसीए और न ही बीसीसीआई के किसी अधिकारी ने विरोध दर्ज कराया। वहीं पुलिस के कुछ लोग उनकी सेवा में भी लगे रहे।

खिलाड़ी से मिलाया हाथ

दरअसल, ये वाक्या भारतीय टीम के प्रैक्टिस सेशन की शुरुआत से कुछ देर पहले का है। यशस्वी यादव ने न कोई पास डाला हुआ था और न ही वो वर्दी में थे। वो स्पो‌र्ट्सवियर में थे। उनके वहां पहुंचते ही कुछ पुलिसवालों ने उनसे हाथ मिलाया और उन्हें प्लेयर्स पवेलियन के अंदर ले गए। खिलाडि़यों को करीब से दिखाने के चक्कर में बेटे के साथ उठकर वह बाउंड्री वाल तक पहुंच गए।

दरअसल आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के तहत किसी भी ऑफिशियल मैच से पहले या मैच के दौरान कोई भी आउटसाइडर प्लेयर्स पवेलियन के 30 यार्ड के दायरे में नहीं रह सकता। इसमें मीडिया और प्रशासन के लोग भी शामिल हैं। यही नहीं ऑफिशियल मीडिया इंटरैक्शन के अलावा ड्रेसिंग रूम के आसपास कोई भी व्यक्ति खिलाडि़यों से बात भी नहीं कर सकता। मैच फिक्सिंग के बढ़ते प्रचलन को रोकने के लिए आईसीसी ने कई साल पहले ये क्लॉज बनाए थे।