कानपुर (ब्यूरो)। किदवई नगर में एक दबंग ने बंदर की गोली मारकर हत्या कर दी। पड़ोसी ने जब विरोध किया तो पिस्टल की बट से पीटकर उसे लहूलुहान कर दिया। घटना के चार दिन बाद मामले की जानकारी होने पर राम भक्त थाने पहुंच गए। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर थाने का घेराव कर दिया। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने बंदर के शव को बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रिपोर्ट दर्ज करने और आरोपी को हिरासत में लेने पर ही लोग शांत हुए।

लाइसेंसी पिस्टल से

घटना किदवई नगर की है। वाई-ब्लॉक निवासी अंजनी मिश्रा ने बताया कि मोहल्ले में रहने वाले ठेकेदार सुरेंद्र सिंह चौहान का बेटा रजत सिंह पिता के रसूख के चलते इलाके में गुंडागर्दी करता है। उसके घर पर 20 जनवरी को एक बंदर उछल कूद कर रहा था। इस पर रजत ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से बंदर को गोली मार दी। बंदर ने पड़ोसी अंजनी मिश्रा के घर जाकर दम तोड़ दिया।

पुलिस पर गंभीर आरोप

अंजनी ने बंदर के शव को एक पीपल के पेड़ के नीचे गड्ढा खोदकर दफन कर दिया। उन्होंने सुरेंद्र सिंह से बेटे की करतूत को लेकर शिकायत की। सुरेंद्र ने बेटे को डांटने के बजाए अंजनी पीट दिया। वहीं रजत ने पिस्टल की बट से उन पर हमला कर दिया। पीडि़त ने नौबस्ता थाने में शिकायत की। लेकिन पुलिस ने टरका दिया। मामले की जानकारी मठ मंदिर समन्वय समिति के पदाधिकारी गोपाल दीक्षित, सुधीर द्विवेदी समेत अन्य लोगों को हुई तो उन्होंने मामले में कार्रवाई को लेकर बुधवार दोपहर को नौबस्ता थाने का घेराव और हंगामा किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी रजत पर पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की। नौबस्ता सीओ आशुतोष कुमार ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। जांच के बाद शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट भेजी जाएगी।