बीआईसी के बंगलों को औने-पौन भाव बेचने के मामले में जांच कर रही है सीबीआई

- दो दिन जांच करने के बाद सीबीआई टीम वापस लौटी, कई अफसरों पर गिर सकती है गाज

KANPUR : बीआईसी बंगलों को औने-पौने दाम पर बेचे जाने के मामले में दो दिन से बीआईसी मुख्यालय में जांच कर रही सीबीआई टीम ने सम्पत्तियों की लिस्ट बनाकर सभी कागज सील कर दिए हैं। यही नहीं 28 बंगलों के एग्रीमेन्ट टू सेल के कागजात भी कब्जे में ले लिए। टीम संडे को वापस लौट गई, लेकिन उसके फिर आने के आसार हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में कई अफसरों पर गाज गिर सकती है।

जांच के दौरान सीबीआई टीम ने सभी सम्पत्तियों की लिस्ट बनाई और उसे मूल कागजातों के साथ एक अलग आलमारी में रखवा दिया है। सीबीआई ने प्रबंधन से स्पष्ट कहा है कि यह कागज किसी के हाथ नहीं लगने चाहिए। सीबीआई के सीनियर ऑफिसर मोहित कुमार ने सारी सम्पत्तियों की अलग सूची बनवा कर प्रबंधन से कहा है कि वह बीआईसी के सभी बंगलों की फिर नापजोख कराएं और उसकी रिपोर्ट तैयार करें।

बिल्डरों से भी की पूछताछ

सीबीआई टीम ने रजिस्ट्री ऑफिस से भी सभी 38 बंगलों के एग्रीमेन्ट टू सेल का विवरण मगांने के लिए लेटर लिखने को कहा है। जिन बंगलों का एग्रीमेन्ट टू सेल बिल्डरों से किया गया उसकी भी पत्रावलियों के बारे में पूछताछ की। हर बंगले के एग्रीमेन्ट और मूल कागजात से जमीन के क्षेत्रफल जब मिलान किया गया। तो अधिकतर बंगलों के क्षेत्रफल में भारी अंतर मिला। सीबीआई को पड़ताल में पूर्व कम्पनी सचिव केसी बाजपेई के सौ रुपए के स्टॉम्प में किए गए एग्रीमेन्ट की कापियां भी मिली हैं। बता दें कि बाजपेई को इस मामले में कपड़ा मिनिस्ट्री ने सस्पेंड कर दिया था लेकिन बाद में कोर्ट से स्टे पाकर उन्होंने बीआईसी में ज्वाइंन कर लिया। रिटायरमेन्ट से पहले उन्हें फिर से चार्जशीट दे दी गई।

एग्रीमेन्ट के कागजात कब्जे में लिया

निलंबन के दौरान कम्पनी सचिव की भूमिका आरके मिश्र ने निभाई। शासन की आपत्ति के बाद मिश्र ने सभी बंगलों का नए सिरे से 25 प्रतिशत स्टॉम्प शुल्क लेकर एग्रीमेन्ट कर लिया। सीबीआई ने इन सभी कागजातों को भी देखा है। सीबीआई ने पूर्व कम्पनी सचिव केसी बाजपेई और आरके मिश्र की ओर से किए गए एग्रीमेन्ट के सभी कागजातों को कब्जे में ले लिया है।