सरकारी मीडिया के लिए चुनौती के तौर पर उभरा चीन का प्रभावशाली माइक्रो-ब्लॉलिंग जगत तख्तापलट की अफवाह पर सरकार के कड़े रुख के बाद पहली बार एकदम खामोश हो गया था। चीन की दो प्रमुख माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट्स वीवो डॉट कॉम और टीक्यूक्यू डॉट कॉम ने टिप्पणियों को प्रकाशित करना बंद कर दिया था।

इन दोनों माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट्स को चीन के ट्विटर के तौर पर जाना जाता है जिसके लगभग तीस करोड़ सब्सक्राइबर हैं। दोनों को ही दंडित किया गया था क्योंकि उन्होंने अफवाहों को फैलने से नहीं रोका था।

टिप्पणियों पर रोक

दोनों माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट्स ने शनिवार को टिप्पणियों के प्रकाशन पर रोक की घोषणा की थी। तब से अब तक उन्होंने अपने साइट्स से अफवाहों और दूसरी गैर-कानूनी सूचनाओं को हटाया। उन्होंने जिन टिप्पणियों और तस्वीरों को प्रकाशित किया था, उनमें वे तस्वीरें भी शामिल हैं जिनमें लड़ाकू टैंकों को बीजिंग की सड़कों पर दौड़ते दिखाया गया था।

ऐसी ही तस्वीरों की वजह से तख्तापलट की अटकलों का बाजार गर्म हो गया था। इसके बाद चीन के अधिकारियों ने 16 वेबसाइटों को बंद कर दिया और इंटरनेट पर अफवाह फैलाने के आरोप में छह लोगों को हिरासत में लिया।

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