कानपुर (ब्यूरो) केशवपुरम निवासी फर्नीचर कारीगर धर्मेंद्र श्रीवास्तव की पत्नी स्मिता श्रीवास्तव ने पति पर आरोप लगाया था कि पति धर्मेंद्र पिछले दो सालों से मतांतरण के लिए प्रताडि़त कर रहे हैं। विरोध करने पर उसे व बेटे के साथ मारपीट करते हैं। मतांतरण से मना करने पर वह उनकी हत्या का प्रयास भी कर चुका है। मामले की जानकारी होने पर स्मिता के अधिवक्ता पिता गिरीश चंद्र श्रीवास्तव ने घटना की शिकायत पुलिस से की थी, जिस पर धर्मेंद्र के खिलाफ धर्म परिवर्तन अधिनियम समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने उसका शांति भंग में चालान कर दिया था।


परिवार नहीं था कार्रवाई से संतुष्ट
पीडि़त परिवार पुलिस की इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। स्मिता के भाई विकास श्रीवास्तव गुरुवार को विश्व ङ्क्षहदू परिषद के ङ्क्षप्रस राज श्रीवास्तव व अधिवक्ता साथी अजय ङ्क्षसह भदौरिया को लेकर पुलिस आयुक्त विजय ङ्क्षसह मीना से मिले। आरोप लगाया कि कल्याणपुर न्याय नहीं कर रही है। उन्होंने धमेंद्र के संपर्क में रहने वाले अजमेर निवासी कई संदिग्धों के नंबर पुलिस को दिए थे, जो कि मतांतरण के लिए शिकार तलाश करते हैं। इनके खिलाफ पुलिस कोई जांच नहीं कर रही है। पुलिस आयुक्त ने उनकी बात सुनी और मामले की जांच क्राइम ब्रांच से कराने का आश्वासन दिया है।