-जूही लाल कॉलोनी में शूटिंग के दौरान बदमाशों ने दरोगा की पत्नी का पर्स लूटा

-पर्स लूटने के प्रयास में कई मीटर तक घिसटती चली गई दरोगा की पत्नी, पर्स लूट कर बदमाश फरार

-सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई वारदात, लेकिन पुलिस अब भी खाली हाथ

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KANPUR : किदवई नगर में सोमवार को गुप्ता चौराहे के पास चल रही एक डाक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग के दौरान बाइक सवार बदमाशों ने वहां से गुजर रही दरोगा की पत्नी से लूट की वारदात को अंजाम दे दिया। इस दौरान कैमरा भी चालू था और 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ भी मौजूद थी, लेकिन कोई कुछ नहीं कर सका। लुटेरे पर्स छीनने के प्रयास में दरोगा की पत्नी को घसीटते चले गए। जिसमें उन्हें काफी चोटें भी आई। दरोगा की पत्नी अपनी बहू के साथ सोमवार को स्कूटी से बैंक से लौट रही थी कि तभी अपाचे सवार बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया।

सीसीटीवी में वारदात कैद

जिस जगह पर इस वारदात को अंजाम दिया गया, वहां चल रही डाक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग जिन कैमरों से की जा रही थी। उसमें तो कुछ नहीं आया, लेकिन चौराहे के पास ही स्थित फ्रेडरिक पब्लिक स्कूल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी वारदात कैद हो गई। नीलम ने बताया कि पर्स में सोने की अंगूठी, 2 हजार रुपए और मोबाइल रखा था। किदवई नगर थाना प्रभारी फाजिल सिद्दकी ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। स्कूल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

सैकड़ों की भीड़ देखती रह गई

जूही लाल कॉलोनी निवासी दरोगा पीके तिवारी कोतवाली थाने में तैनात हैं। सोमवार को उनकी पत्नी नीलम तिवारी अपनी बहू रश्मि के साथ स्कूटी से विनोबा नगर स्थित स्टेट बैंक ब्रांच गई थी। बैंक से लौटते समय लाल कॉलोनी के गुप्ता चौराहे के पास दोनों वहां चल रही एक डाक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग देखने के लिए रुकी तभी पीछे से आए अपाचे सवार दो बदमाशों ने उनके पर्स पर झपट्टा मार दिया। नीलम ने पर्स नहीं छोड़ा तो बदमाशों ने उन्हें घसीटते हुए बाइक की रफ्तार बढ़ा दी। जिससे वह स्कूटी से गिर पड़ी और कई मीटर तक घसीटती चली गई। थोड़ी दूरी पर बाइक सवार उनका शॉल लहराते हुए भाग गए। दो बाइक सवारों ने उनका पीछा किया, लेकिन बदमाश भागने में कामयाब रहे। घटना के बाद नीलम की बहू रश्मि भी इलाकाई लोगों से भिड़ गई। उनकी शिकायत थी कि सैकड़ों की भीड़ वहां मौजूद थी, लेकिन किसी ने लुटेरों को पकड़ने का प्रयास नहीं किया।

पुलिस से एक कदम आगे हैं लुटेरे

शहर की पुलिस कितनी अलर्ट है ये बताने के लिए इतना काफी है कि पिछले एक महीने में हुई दर्जनों लूट की वारदात काफी है। लुटेरे हर मामले में पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं। आइए आपको बताते हैं कि पुलिस से लुटेरे क्यों तेज हैं।

-बाइकर्स लुटेरे पुलिस कर्मियों से तेज बाइक चलाते हैं

-150 से 200 सीसी वाली पॉवर बाइक का यूज करते हैं जो स्टार्ट करते ही 60 से 80 किमी की रफ्तार पकड़ लेती है।

-लुटेरे स्पॉट से अच्छी तरह वाकिफ होते हैं। वे भागने के लिए गलियों के रास्ते को यूज करते हैं।

-ज्यादातर लुटेरे हेलमेट पहनकर चलते हैं। जिससे उनकी पहचान नहीं हो पाती है।

-लुटेरे ट्रैफिक नियम को फॉलो करते हैं। जिससे उन पर शक नहीं होता है।

तो इसलिए हाथ नहीं लगते लुटेरे

- पुलिस कर्मी डॉयल 100 योजना के तहत दी गई हाईस्पीड बाइक चलाने में एक्सपर्ट नहीं हैं।

- वे गश्त में भी खानापूरी करते हैं। डॉयल 100 गाडि़यों में तैनात पुलिस कर्मी की जीपीएस डिवाइस बन्द कर देते हैं।

- पिकेट में न बैठकर वसूली में व्यस्त रहते हैं

-रोड पर लगे ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे खराब हो चुके है। जिससे अपराधी बचकर निकल जाते हैं

-मुखबिर तंत्र फेल हो चुका है। जिससे पुलिस को अपराधियों की गतिविधियों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाता है।

पास्ट हिस्ट्री

- 2 फरवरी कोपरगंज में मीट कारोबारी की कार से नोटों से भरा बैग पास हुआ

- 2 फरवरी कल्याणपुर में बाइकर्स लुटेरों ने महिला कांस्टेबल की चेन लूटी

- 1 फरवरी जुही में बाइकर्स ने रेलवे गार्ड को लूटा

- 30 जनवरी को एसटीएफ के लुटेरे सिपाही ने कारोबारी के फ्लैट में घुसकर 15 लाख रुपया लूटा, पब्लिक ने पकड़ा

- 28 जनवरी को नजीराबाद में बाइकर्स लुटेरों ने स्कूटी सवार छात्रा को लूटा

- 28 जनवरी को काकादेव में युवती से पर्स लूट

- 17 जनवरी घाटमपुर में गार्ड को अधमरा कर बन्दूक लूटी

- 7 जनवरी को फजलगंज में सैडलरी कारोबारी के कैशियर को बाइकर्स लुटेरों ने लूटा

- 3 जनवरी को बाइकर्स लुटेरों ने सिपाही की बेटी और उसके भाई को बंधक बनाकर लूटा

- 2 जनवरी को घाटमपुर में कार सवार लुटेरों ने लाखों की कीमत का डीजल लूटा