कानपुर(ब्यूरो)। सीबीएसई बोर्ड से एफिलिएटेड स्कूलों में साइबर क्लब को बनाया जाएगा। यह क्लब स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी के प्रति अवेयर करने का काम करेगा। इस संबंध में सीबीएसई ने सर्कुलर जारी कर दिया है। हाल के दिनों में बढ़ रहे साइबर क्राइम के मामलों को देखते हुए अपने स्टूडेंट्स को सेफ रखने और उनमें साइबर सिक्योरिटी स्किल डेवलप करने के लिए इस क्लब की स्थापना की जाएगी।

सितंबर में होगी स्थापना
इस क्लब की स्थापना सितंबर के दूसरे सप्ताह तक होने की संभावना है। क्लब में साइबर क्राइम, सिक्योरिटी समेत कई मुद्दों पर अवेयरनेस के लिए वर्कशाप और ट्रेनिंग्स को कराया जाएगा। सीबीएसई की ओर से जारी सुर्कलर में लिखा गया कि डिजिटल टेक्नोलॉजी और डिजिटल सर्विसेज के तेजी से बढऩे और अपनाने के साथ यह साबित हो गया है कि साइबरस्पेस की सिक्योरिटी, हमारी पर्सनल सिक्योरिटी का एक कंपलसरी घटक बन गया है।

सिक्योरिटी स्किल की आवश्यकता
सीबीएसई की ओर से जारी सर्कुलर में लिखा गया है कि डेटा उल्लंघनों और साइबर अटैक्स बढ़ते मामलों ने साइबर सेफ्टी और साइबर सिक्योरिटी स्किल की तत्काल आवश्यकता की डिमांड को फोकस में लाया है। एजूकेशन अवेयरनेस बढ़ाने और साइबर खतरों का मुकाबला करने में एक इंपॉर्टेंट रोल प्ले करती है। ऐसे में यह जरूरी है कि स्कूलों में स्टूडेंट्स को साइबर हाइजीन और संभावित साइबर खतरों के बारे में अच्छी तरह से सूचित किए जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो यूथ साइबर क्राइम से लडऩे में कमजोर होगा।

मिनिस्ट्री में बना सेंटर
इंडिया गवर्नमेंट ने मिनिस्ट्री आफ होम अफेयर्स के तहत इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर (आईसीसीसीसी) की स्थापना की है। इस सेंटर का उद्देश्य साइबर क्रिप्स को प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए एक बेस रेडी करना है। साइबर क्राइम पर अवेयरनेस करने के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट ने फेसबुक (साइबरदोस्ती 4 सी), इंस्टाग्राम (साइबरदोस्ती 4 सी), एक्स और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके मैसेज भेजकर अवेयर करने समेत कई कदम उठाए हैं।

स्कूलों में ऐसे काम करेगा क्लब
स्कूलों में साइबर क्लब बनाने की अवधारणा को आईसीसीसीसी की मीटिंग्स के दौरान सुझाव दिया गया है। स्कूलों में साइबर क्लब स्थापित करके, टीचर्स के जरिए स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी और इमरजिंग टेक्नोलॉजिज के एरिया में खोज, सीखने और एक्सीलेंस के लिए एक मंच प्रदान कर सकते हैं, जो उन्हें फ्यूचर सक्सेस के लिए रिक्वायर्ड स्किल को दे सके। स्कूलों में एक टीचर को साइबर सिक्योरिटी की नॉलेज के साथ साइबर नोडल अफसर के रुप में नामित किया जाएगा।

क्लब में होंगी यह एक्टिीविटी
साइबर क्लब में साइबर सिक्योरिटी से अवेयर रहने और साइबर सिक्योरिटी के एरिया में फ्यूचर के बारे में स्टूडेंट्स को बताने के लिए स्पीकर्स को इनवाइट करना है। यहां कंप्यूटर लैब्स में ओपन-सोर्स टूल्स पर विशेषज्ञों द्वारा स्टूडेंट्स को ट्रेंड किया जाएगा।

जिस जेनरेशन को हम डील कर रहे हैं। वह डिजिटल जेनरेशन है। वह सोशल मीडिया में एक्टिव हैं, ऐसे मे उनके साथ साइबर क्राइम होने की संभावना ज्यादा है। वह इस क्राइम से बचे रहे इसी को लेकर स्कूलों में साइबर क्लब बनाए जा रहे हैं, जिसमें एक टीचर नोडल भी होगा। डिस्ट्रिक के सभी 125 स्कूलों में सितंबर के फस्र्ट वीक तक बन जाएंगे।
बलविंदर सिंह, डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर, सीबीएसई

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