कानपुर (ब्यूरो)। आतंकियों का कानपुर से एक बार फिर कनेक्शन मिला है। ट्यूजडे को दिल्ली में पकड़े गए आतंकियों के तार लखनऊ के साथ कानपुर में जुड़े हैं। इस नेटवर्क को तोडऩे के लिए वेडनेसडे सुबह एटीएस की टीम ने रावतपुर व जाजमऊ में छापा मारा। जाजमऊ में एक व्यक्ति को एटीएस अपने साथ ले गई है। हालांकि लोकल स्तर पर इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

सीरियल ब्लास्ट की तैयारी थी

दरअसल फेस्टिवल्स के दौरान दिल्ली, लखनऊ में सीरियल ब्लास्ट की तैयारी कर रहे 6 टेररिस्ट को दिल्ली की स्पेशल सेल ने दिल्ली, लखनऊ व मुंबई से पकड़े। इनमें लखनऊ में बख्शी का तालाब निवासी आमिर व उसके दो नाबालिग भाई भी शामिल हैं। आमिर के बहनोई प्रयागराज के करेली निवासी जिररुल रहमान हैं। जिररुल रहमान ने आमिर की मुलाकात जीशान से कराई थी। इसी जीशान का भाई हुमेद रावतपुर गांव में रहता है।

14 सितंबर को हुई थी मीटिंग

एटीएस सूत्रों की माने तो कहने को तो हुमेद लखनऊ में पकड़े गए आमिर के साथ खजूर का काम करता है। खजूर के बहाने ही ये पूरी टीम आतंक के काम के लिए आरडीएक्स की सप्लाई करती थी। आमिर का ऑफिस लखनऊ स्थित विश्वस्तरीय मॉल में है, जहां डी- कंपनी का रुपया लगा है। इसी संस्थान का एक स्लाटर हाउस है, जहां दस दिन पहले यानी 14 सितंबर को आतंक फैलाने वालों की एक मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में सभी को टारगेट दिया गया था।

आमिर के मोबाइल में हुमेद की कई कॉल्स

आमिर के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालने पर उमेद की कई कॉल्स मिली हैं। हुमेद की वीडियो कॉल्स और व्हाट्सएप कॉल भी मिली हैं। साथ ही जाजमऊ निवासी किसी एक व्यक्ति का नाम भी इस गैैंग में आ रहा है। जिसकी तलाश में नोएडा और लखनऊ की एटीएस यूनिट छापेमारी कर रही है। आमिर का संपर्क लखनऊ में कुछ दिन पहले पकड़े गए मिनहाज और मसीरुद्दीन से भी जोड़ा जा रहा है।

कानपुर में कई जगह हुई थी रेकी

आमिर और उसके दोनों भाई रेकी करने में एक्सपर्ट थे। कभी दीन के नाम पर तो कभी धर्म के नाम पर लोगों को बरगलाकर वे अपने साथ कर लेते थे। रिक्शा पुलर, कॉब्लर, घनी आबादी वाले इलाकों में टेलर मास्टर और निचले तबके के लोग भी इस गैैंग के मेंबर्स हैं। ये सभी रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम देने के लिए सूचनाएं देते थे। इसके बाद आमिर के साथ मीटिंग कर वारदात का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाता था। कैंट, चकेरी, बाबूपुरवा, पनकी और अर्मापुर स्थित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की रेकी भी इन शातिरों ने की थी। इनका उद्देश्य भीड़ भाड़ वाले पर धमाका कर भगदड़ मचाने की थी।

एक दर्जन संजिग्ध लोग निशाने पर

सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर कानपुर और लखनऊ के एक दर्जन संदिग्ध लोग हैं, जिन पर खुफिया की अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं। लोकल टीमों से काम नहीं लिया जा रहा है। सूत्रों की माने तो पूछताछ और मोबाइल व लैपटॉप से तमाम ऐसी जानकारियां मिली हैं। जिनसे एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं।

शासन ने जारी किया अलर्ट

गृह मंत्रालय से यूपी के तमाम जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। शासन ने लोगों से गुजारिश की है कि कोर्ई भी नया और संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर जिले के पुलिस ऑफिसर्सं को जानकारी दें। वहीं स्थानीय खुफिया इकाइयों को भी घनी आबादी वाले इलाकों में सतर्क रहने के लिए कहा गया है। जिन लोगों के नाम पहले देश विरोधी गतिविधियों में रहे हैं। उन पर नजर रखने के लिए कहा गया है।