कानपुर(बयूरो)। प्रसव के कुछ दिन बाद प्रसूता की हालत बिगडऩे से जान चली गई। परिजन ने नर्सिंग होम के डाक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर शव बाहर रखकर अस्पताल में हंगामा किया। परिजनों का कहना था कि जहां आपरेशन के बाद टांका लगाया वहां पर संक्रमण के चलते मौत हुई। रसूलाबाद पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया।

टांकों में हो गया था संक्रमण

दया गांव निवासी अश्वनी कुमार की पत्नी सुशीला का द्वितीय प्रसव था और 10 सितंबर को धुसरामऊ की दिवंगत आशा बहू प्रभादेवी की पुत्रवधू के साथ सीएचसी रसूलाबाद आईं थीं। यहां पर हालत सही न देख कानपुर रेफर किया गया था। इसके बाद रसूलाबाद नगर पंचायत कार्यालय के बगल में खुले एएस नर्सिंग होम लेकर परिवार गया था। जहां आपरेशन के बाद उसने पुत्री को जन्म दिया। इसके बाद गांव लेकर चले गए थे। कुछ दिनों के बाद टांकों में संक्रमण हो जाने वह नर्सिंग होम दोबारा लाए। जहां नर्सिंग होम वालों ने ठीक हो जाने का आश्वासन देकर इलाज किया।

नर्सिंग होम में गलत इलाज का आरोप

उसकी हालत बिगड़ती गई तब एक अक्टूबर को उन लोगों ने उसे कानपुर इलाज के लिए ले जाने की सलाह दी। उसे एक अस्पताल लेकर गए जहां पर उसकी मौत मंगलवार को गई। इस पर वह लोग उसका शव लेकर रसूलाबाद के नर्सिंग होम आए और गलत इलाज किए जाने का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। इस दौरान स्टाफ के कई लोग गायब हो गए। पुलिस ने सभी को शांत कराया।