कानपुर(ब्यूरो)। डेंगू व वायरल फीवर लोगों के लीवर व किडनी ही नहीं दिल को भी प्रभावित कर रहा है। बुखार खत्म होने के बाद अनियंत्रित बीपी की शिकायत लेकर लोग हैलट व उर्सला हॉस्पिटल के मेडिसिन डिपार्टमेंट की ओपीडी में पहुंच रहे हैं। मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स के मुताबिक डेंगू के साथ वायरल बुखार में भी प्लेटलेट्स कम हो जाती है। जिसकी वजह से शरीर के अन्य पाट्र्स जैसे लीवर, किडनी व हार्ट प्रभावित होने लगता है। समय से ट्रीटमेंट न कराने पर यह इंफेक्शन बढ़ जाता है। जिसकी वजह से पेशेंट चलने-फिरने लायक नहीं रहता है। उसके बाद वह गंभीर हालत में ट्रीटमेंट के लिए हॉस्पिटल आ रहे हैं।

कोरोना के बाद इम्यूनिटी हुई कमजोर
मेडिसिन डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस ने लोगों की इम्यूनिटी को काफी प्रभावित किया है। यही कारण है कि मामूली वायरल फीवर से ग्रसित होने पर भी पेशेंट को रिकवर होने में 10 दिन से अधिक लग रहा है। वहीं डेंगू से ग्रसित पेशेंट को पूरी तरह से रिकवर होने में दो सप्ताह से अधिक लग रहा है। वायरल फीवर सहीं होने के बाद पेशेंट विभिन्न समस्याएं लेकर ओपीडी में आ रहे हैं।

23 डेंगू व एक चिकनगुनिया का नया केस
सिटी में डेंगू का प्रकोप लगातार फैलता जा रहा है। डेली दो दर्जन के आसपास डेंगू के नए पेशेंट सामने आ रहे हैं। संडे को हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट में सिटी में डेंगू के 23 नए पेशेंट व चिकनगुनिया का एक पॉजिटिव केस मिला है। पॉजिटिव आए लोगों के घरों में हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम पहुंच पूरे घर में एंटी लार्वा का छिडक़ाव कर दो दर्जन से अधिक लोगों का ब्लड सैम्पल जांच के लिए लैब भेजा है।

बुखार के बाद यह समस्या आ रही
- जोड़ों में दर्द
- लीवर में इंफेक्शन
- किडनी में इंफेक्शन
- अन कंट्रोल बीपी की समस्या
- पैरों में सूजन
- शरीर में कई दिनों तक दर्द बना रहना

ओपीडी व इमरजेंसी में हर दूसरा पेशेंट बुखार का
हैलट व उर्सला हॉस्पिटल की ओपीडी व इमरजेंसी में हर दूसरा पेशेंट बुखार से ग्रसित आ रहा है। कई पेशेंट बुखार की समस्या तो कई बुखार के बाद शरीर में होने वाली विभिन्न समस्याओं की शिकायत लेकर आ रहे है। संडे को हैलट हॉस्पिटल की इमरजेंसी में 10 से अधिक बुखार के पेशेंट भर्ती हुए। वहीं उर्सला व काशीराम में 23 बुखार के पेशेंट को भर्ती किया गया। वहीं ओपीडी में डेली 400 से अधिक पेशेंट सिर्फ बुखार के पहुंच रहे हैं।