- डीएम ने सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाने के साथ डीआईओएस को बनाया परीक्षा प्रभारी

- 51 केंद्रों में परीक्षा की शुचिता को मानक अनुरूप रखने की जिम्मेदारी दी

FATEHPUR:

विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए डीएम राजीव रौतेला ने तीनों तहसीलों के मुखिया उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया है। वहीं जिले भर में हो रही परीक्षाओं की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक को परीक्षा प्रभारी बनाया है। परीक्षा प्रभारी और सेक्टर मजिस्ट्रेट केंद्रों में छापामार कर परीक्षा की शुचिता की जांच करेंगे।

नियंत्रण की कोई व्यवस्था नहीं

छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्व विद्यालय की परीक्षाएं जिले में चल रही हैं। विश्व विद्यालय से संबद्ध 51 केंद्रों में स्नातक स्तर की परीक्षाएं तीन पालियों में आयोजित कराई जा रही हैं। उप कुलपति के दिशा निर्देश पर परीक्षाएं तो हो रही हैं, लेकिन जिले में इनके नियंत्रण की कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते आए दिन परीक्षा केंद्रों में बरती जाने वाली अनियमितताओं की खबर आती रहती है। विश्व विद्यालय ने एक पत्र डीएम को बीते वर्षों की भांति भेजकर परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए प्रयास किए जाने पर बल दिया है। डीएम राजीव रौतेला ने विश्व विद्यालय परीक्षा के लिए तहसीलवार एसडीएम को सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया है तो संपूर्ण परीक्षा की जिम्मेदारी डीआईओएस को प्रभारी बनाकर दी है। सेक्टर मजिस्ट्रेट और प्रभारी बनाए जाने से डिग्री कॉलेजों के संचालकों में खासी खलबली मच गई है।