KANPUR : डेंगू का खौफ अब डाक्टरों के सिर पर भी चढ़ गया है। लगभग आधा दर्जन डॉक्टर चपेट में आ चुके हैं। हालात यह है कि दो जूनियर डॉक्टरों को आईसीयू से छुट्टी मिली तो वह हॉस्टल में जाने के बजाय अपने घर भाग गए। वहीं अभी भी दो डॉक्टर हैलेट के आईसीयू में एडमिट हैं और उनका इलाज चल रहा है।

जूनियर डॉक्टरों के बुखार की चपेट में आने से साथी डॉक्टरों में जबरदस्त रोष है। उनका कहना है कि मेडिकल कॉलेज में सबसे ज्यादा फ‌र्स्ट इयर के जूनियर डॉक्टर ही बुखार और डेंगू की चपेट में अा रहे हैं।

जूनियर डॉक्टरों को नहीं मिल रहा रेस्ट

जूनियर डॉक्टरों ने कॉलेज प्रबंधन पर सीधा आरोप लगाया कि इन डॉक्टरों पर काम का बहुत बोझ लाद दिया गया है। वे लगातार काम कर रहे हैं। मरीजों के बीच में रहना और इस दौरान 36-48 घंटे तक कोई रेस्ट भी नहीं दिए जाने से वे बीमार हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में कैसे काम करें समझ में नहीं आ रहा है, प्रबंधन उनकी शिकायत भी सुनने को तैयार नहीं है।

अन्य डॉक्टर भी भयभीत हैं

उधर मेडिकल कॉलेज सूत्रों के मुताबिक अब तक करीब तीन दर्जन से अधिक जूनियर डॉक्टर बुखार से पीडि़त हो चुके हैं। इस हालात पर अन्य डॉक्टर भी भयभीत है। उधर दो डॉक्टरों के घर चले जाने के बारे में मेडिसिन की नोडल अधिकारी प्रो। रिचा गिरी का कहना है कि जूनियर डॉक्टरों के घरवाले लेने आए थे, इसलिए वे चले गए।