कानपुर (ब्यूरो)। बिजली सप्लाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए केस्को अपने सबस्टेशनों को पावरफुल बनाएगा। फ्राईडे को हुई केस्को बोर्ड की मीटिंग में 268 कार्यो को ग्र्रीन सिग्नल दे दिया गया है। 40 करोड़ से होने वाले इन कार्यो में सबसे अधिक फोकस सबस्टेशनों की क्षमता बढ़ाने पर किया गया। 7.50 करोड़ रुपए से अधिक सबस्टेशनों की स्ट्रेंथिंग और प्रोटेक्शन सर्किट में खर्च किए जाएंगे। इसमें हंसपुरम सबस्टेशन में 10 और महाबलीपुरम में 5 एमवीए कैपेसिटी का नया पॉवर ट्रांसफार्मर शामिल हैं। इसके अलावा जूही हार्समैन बाग सबस्टेशन की क्षमतावृद्धि करते हुए 5 की जगह 10 एमवीए का पॉवर ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा।

12 सबस्टेशनों में डबल सप्लाई
शहर के 12 सबस्टेशनों में डबल सप्लाई के लिए एक्स्ट्रा सर्किट बनेंगे और जर्जर सीटी, पीटी व ब्रेकर आदि उपकरण बदलेंगे। केस्को के मीडिया प्रभारी श्रीकांत रंगीला ने बताया कि यूपीपीसीएल के चेयरमैन की अध्यक्षता में बोर्ड मीटिंग हुई। पिछली बोर्ड मीटिंग में 40 करोड़ रुपए से 258 वर्क प्रपोज किए गए थे। बोर्ड ने कार्यो की डिटेल्ड इंफॉर्मेशन मांगी थी। इस बार 268 वर्क बोर्ड के सामने रखे गए। इसमें कई नए वर्क भी शामिल हैं।
33 केवी की एक्स्ट्रा लाइन
बोर्ड 12 सबस्टेशन में 11 केवी के पुराने व जर्जर वैक्यूम सर्किट, करंट व पोटेंशियल ट्रांसफार्मर बदलने को मंजूरी दे है। इससे इन सबस्टेशन से बेहतर पॉवर सप्लाई हो सकेगी। इसके अलावा म्योर मिल सिविल लाइंस, कोपरगंज आलूमंडी व साइकिल मार्केट लालइमली सबस्टेशन में डबल सप्लाई की जाएगी। इसके लिए एक्स्ट्रा 33 केवी की लाइन बिछाई जाएगी।

ओवरलोडिंग होगी खत्म
ओवरलोडिंग की समस्या के हल के लिए सिटी के विभिन्न स्थानों पर 136 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। इनमें 125 ट्रांसफार्मर 250 केवीए कैपेसिटी के हैं। इसके लिए 10,25 और 100 केवीए कैपेसिटी के कई ट्रांसफार्मर्स की क्षमतावृद्धि करते हुए क्रमश: 25, 100 व 250 केवीए की जाएगी। यही नहीं 400 ट्रांसफार्मर्स की डीपबोर अर्थिंग भी शामिल हैं। कुल मिलाकर इन कार्यो से गर्मी में ओवरलोडिंग के कारण पॉवर कट और लो वोल्टेज की समस्या से लाखों कानपुराइट्स को छुटकारा मिलेगा। साथ ही ट्रांसफार्मर्स का डैमेज रेट भी घटेगा।

बार बार नहीं जलेगी केबिल
पिछले वर्ष ओवरलोडिंग की वजह से कई एरिया में एबी केबिल जल गई थी। इसी वजह से केस्को ने 3.30 करोड़ रुपए से 11 केवी के एडीशनल सर्किट, फीडर बाइफरगेशन, अंडरग्र्राउंड केबिल बिछाएगा। इसी तरह 46 स्थानों पर एलटी एबी केबिल बदलने व एक्स्ट्रा सर्किट बनाएगा। जिससे लोड डिवाइड हो जाएगा। इससे ओवरलोडिंग के कारण केबिल जलने, पॉवर कट होने आदि समस्या से राहत मिलेगी। कुछ सबस्टेशनों के कन्ट्रोल रूम का भी विस्तार किया जाएगा। ऑनलाइन सिस्टम के लिए 4.25 करोड़ रखे गए हैं।