कानपुर (ब्यूरो)। हाईवे पर रोड एक्सीडेंट्स पर अंकुश लगाने की कवायद शुरू हो गई है। इसी कड़ी में ब्लैक स्पॉट सचेंडी थाना के सामने इटावा-कानपुर हाईवे को एलीवेटेड किए जाने का काम शुरू हो गया है। इससे जल्दबाजी व चक्कर लगाने से बचने के कारण पैदल या गाड़ी सहित लोगों को हाईवे नहीं पार करना पड़ेगा। अंडरपास से ही जा सकेंगे। इससे पहले इस हाईवे के दोनों साइड व मीडियन पर क्रैश बैरियर, स्कूल-कालेज व भीड़ वाले स्थानों पर मार्किंग व साइनेज लगाने आदि के टेंडर हो चुके हैं।

100 से अधिक हादसे, 50 मौतें
सिटी में जीटी रोड कन्नौज व प्रयागराज, इटावा-कानपुर, कानपुर-सागर, कालपी रोड रोड, कानपुर-लखनऊ हाईवे गुजरते हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक रोड एक्सीडेंट में डेथ हाईवेज पर होते है। बीते वर्ष ही 100 से अधिक रोड एक्सीडेंट हाईवेज पर हुए। जिनमें 50 से अधिक मौते हुईं। इसकी सबसे बड़ी वजह गलत तरीके हाईवेज को पैदल व गाड़ी सहित करना पार करना भी शामिल है। इसकी वजह से हाईवे पर तेज रफ्तार में आ रही गाड़ी टकरा जाती है या बचाने में पलट जाती है।

क्रैश बैरियर लगाए जाएंगे
एनएचएआई ऑफिसर्स के मुताबिक सिक्सलेन इटावा-कानपुर हाईवे पर सबसे अधिक रोड एक्सीडेंट सचेंडी में होते हैं। यहां लंबे समय अंडरपास बनाने की मांग हो रही है। इसी वजह से हाईवे को 22 करोड़ रुपए से एलीवेटेड किया जा रहा है। इससे लगभग 10.5-10.5 मीटर चौड़ाई के 2 अंडरपास बन जाएंगे। इनकी हाईट 7.5 मीटर की होगी। हाईवे को एलीवेटड करने का काम शुरू हो गया। इस प्रोजेक्ट के कम्प्लीट होने से लोगों को हाईवे के एक साइड से दूसरी तरफ जाना आसान हो जाएगा। वहीं इटावा से लेकर चकेरी तक 100 किलोमीटर लंबाई में हाईवे के दोनों साइड क्रैश बैरियर लगाए जाएंगे। क्रैश बैरियर, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर साइनेज, मार्किंग आदि पर तकरीबन 86.40 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

फुट ओवर ब्रिज बनेगा
जीटी रोड की कानपुर से लेकर अलीगढ़ तक वाइडनिंग लगभग कम्प्लीट होने को है। अब रोड एक्सीडेंट्स को देखते हुए भीड़ वाले स्थानों जैसे स्कूल-कालेज, मार्केट्स आदि के पास फुटओवर ब्रिज बनाने का प्रपोजल तैयार किया गया है। वहीं जीटी रोड पर स्ट्रे एनीमल्स की धमाचौकड़ी रोकने के लिए कानपुर व कन्नौज एडमिनिस्ट्रेशन की मदद एनएचएआई ने दो कैटल कैचिंग गाडिय़ां लगाई है।