कपैलो ने इंग्लैंड की फ़ुटबॉल एसोसिएशन के चेयरमैन डेविड बर्नस्टीन और महासचिव अलेक्स हॉर्न से मुलाक़ात के बाद अपना पद छोड़ दिया।

फ़ुटबॉल एसोसिएशन की ओर जारी बयान में कहा गया है, “फ़ुटबॉल एसोसिएशन इस बात की पुष्टि करती है कि फ़ेबियो कपैलो ने त्यागपत्र दे दिया है। ”

सोमवार को कपैलो ने इंग्लैंड द्वार जॉन टैरी से कप्तानी छीनने को सार्वजनिक रूप चुनौती थी। इंग्लैंड ने टैरी को इसलिए कप्तानी से हटाया है क्योंकि उनपर नस्लभेदी टिप्पणी करने का आरोप लगा है।

फ़ुटबॉल एसोसिएशन ने अपने बयान में लिखा है, “बैठक में बोर्ड ने जॉन टैरी को कप्तानी से हटाए जाने के फ़ैसले और उसपर फ़ेबियो कपैलो के एक इतालवी टीवी पर बयान पर चर्चा हुई। एक घंटे चर्चा के बाद कपैलो का इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया गया और वे तुरंत प्रभाव अपना पद छोड़ रहे हैं। ”

विवाद

रविवार को इंग्लैंड के मैनेजर फ़ेबियो कपैलो ने इटली के सरकारी टीवी चैनल राई को बताया था कि वे जॉन टैरी से कप्तानी छीनने के फ़ैसले से सहमत नहीं है।

उनके अनुसार टैरी पर नस्लभेदी टिप्पणी करने का केस अदालत में चल रहा है और खेल संस्थान को अदालती फ़ैसले से पहले ही सज़ा सुनाने की ज़रुरत नहीं है।

कपैलो ने टीवी चैनल राई को बताया था, “मुझे लगता है कि टैरी को ही कप्तान रहना चाहिए। मैंने फ़ुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष को बताया है कि जब तक अदालत टैरी को दोषी नहीं पाती तब तक उन्हें खेल संघ सज़ा नहीं दे सकता। ”

कपैलो इंग्लैंड के अबतक के सबसे कामयाब मैनेजर रहे हैं। उनके दौर में इंग्लैंड ने 42 मैच खेले, जिनमें से 28 जीते, आठ ड्रॉ हुए और सिर्फ़ छह हारे। उनके कार्यकाल में इंग्लैंड 66.7 प्रतिशत मैच जीते।

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