इस पन्ने पर ऑस्ट्रेलिया के मूल लोगों को शराबी और सरकारी सहायता में घपला करने वाला बताया गया था। Aboriginal memes नाम के इस पन्ने पर लोगों से कहा गया था कि वो ऑस्ट्रेलिया के आदिवासियों या मूल निवासियों पर चुटकुले बताएं।

ऑनलाइन पर एक याचिका के ज़रिए इस नस्लभेदी पन्ने को हटाने की मांग की गई थी जिसमें हज़ारों लोगो ने हस्ताक्षर किए थे। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भी इसकी कड़ी निंदा की थी।

फेसबुक ने स्थानीय मीडिया को दिए एक बयान में कहा है, ‘‘ हम समझते हैं कि लोगों ने इस विवादित पन्ने पर चिंता जताई है। इस पन्ने को ऑस्ट्रेलिया में बनाया गया था फेसबुक पर.’’

बयान में कहा गया है कि सूचनाओं के आदान प्रदान से बातचीत होती है और समझ बढ़ती है लेकिन कई बार इन चीज़ों से विवाद भी हो जाता है जो ठीक नहीं है।

ऑस्ट्रेलिया के संचार मंत्री स्टीफन कोनोरी ने एबीसी टेलीविज़न को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि ये बिल्कुल ही ग़लत है और ऐसा नहीं होना चाहिए था.’’

उनका कहना था, ‘‘ हम ऑस्ट्रेलिया में अमरीका के मानदंडों पर नहीं रहते। यहां ऑस्ट्रेलिया का क़ानून चलता है.’’ इस पन्ने के ख़िलाफ ऑनलाइन याचिका में 17 हज़ार लोगों से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए थे। रिपोर्टों के अनुसार एक 16 साल के बच्चे ने ये पन्ना बनाया था।

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